Edited By Vijay, Updated: 07 Dec, 2025 07:52 PM

हिमाचल प्रदेश के भाषा एवं संस्कृति विभाग में बिहारी लाल शर्मा को उपनिदेशक (निष्पादन एवं ललित कला) के महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है।
करसोग (धर्मवीर): हिमाचल प्रदेश के भाषा एवं संस्कृति विभाग में बिहारी लाल शर्मा को उपनिदेशक (निष्पादन एवं ललित कला) के महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है। मंडी जिला के करसोग क्षेत्र से संबंध रखने वाले बिहारी लाल शर्मा की इस पदोन्नति से न केवल उनके गृह क्षेत्र बल्कि समूचे हिमाचल प्रदेश के कलाकारों और कला प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
समाजशास्त्र और संगीत विषय में की एमए
26 जून, 1974 को करसोग के गांव पोखी में बाम देव शर्मा और कसुम्बु देवी के घर जन्मे बिहारी लाल शर्मा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पोखी गांव से शुरू की, जिसके बाद उच्च शिक्षा करसोग और रामपुर बुशहर से प्राप्त की। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की और साथ ही अपनी रुचि के विषय संगीत में भी स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण की है।
स्टेज मास्टर से शुरू हुआ था कारवां
बिहारी लाल शर्मा बचपन से ही संगीत, गायन और नृत्य में गहरी रुचि रखते थे। वे ऑल इंडिया रेडियो से मान्यता प्राप्त कलाकार भी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक कलाकार के तौर पर की थी और सैंकड़ों प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उनके इसी समर्पण और प्रतिभा को देखते हुए वर्ष 1997 में उन्हें भाषा एवं संस्कृति विभाग में स्टेज मास्टर के पद पर नियुक्त किया गया था।
लोक संस्कृति के संरक्षण में 3 दशक का योगदान
अपने लगभग 30-35 वर्षों के लंबे सांस्कृतिक सफर में बिहारी लाल शर्मा ने हिमाचली लोकगीतों, लोकनृत्यों, पारंपरिक परिधानों और वाद्य यंत्रों पर गहन शोध और कार्य किया है। उन्होंने संगीत नाटक अकादमी और विभाग के अंतरराज्यीय कार्यक्रमों के तहत देश के कई राज्यों में हिमाचली संस्कृति का सफल प्रतिनिधित्व किया है।
क्या बोले नवनियुक्त उपनिदेशक
अपनी नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि मैं विभाग के एक कर्मठ सिपाही के रूप में लोक कलाओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए निरंतर कार्य करता रहूंगा। मेरी कोशिश रहेगी कि हिमाचल की समृद्ध लोक परंपराओं को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ आगे ले जाऊं। इस उपलब्धि पर प्रदेश भर की सांस्कृतिक संस्थाओं, कलाकारों और बुद्धिजीवियों ने उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल कार्यकाल की कामना की है।