Edited By Vijay, Updated: 17 Jul, 2025 06:09 PM

सशस्त्र सैन्य बल में एएसआई के पद पर तैनात रमेश कुमार की उनके पैतृक गांव में आज सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। 10 वर्षीय बेटे ने दी पिता की चिता काे मुखाग्नि दी। इस दाैरान एसएसबी की सैन्य टुकड़ी ने अपने साथी को अंतिम विदाई दी।
बैजनाथ (विकास बावा): सशस्त्र सैन्य बल में एएसआई के पद पर तैनात रमेश कुमार की उनके पैतृक गांव में आज सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। 10 वर्षीय बेटे ने दी पिता की चिता काे मुखाग्नि दी। इस दाैरान एसएसबी की सैन्य टुकड़ी ने अपने साथी को अंतिम विदाई दी। रमेश कुमार वर्ष 2002 में सैन्य बल में भर्ती हुए थे और काफी समय से शिमला में कार्यरत थे। हाल ही में उनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुई थी। इसी दौरान सब इंस्पैक्टर पद के लिए सैन्य प्रशिक्षण ले रहे थे। 4 दिन पूर्व प्रशिक्षण के दौरान डेढ़ किलोमीटर दौड़ लगाते हुए वह अचेत होकर गिर गए थे। हालांकि सैन्य एम्बुलैंस में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रमेश कुमार मूल रूप से बैजनाथ के धरेड़ गांव के रहने वाले थे। उनके पिता का कुछ वर्ष पहले देहांत हो चुका है। उनकी पत्नी जिला सिरमौर के नाहन के सरकारी विद्यालय में शिक्षिका हैं, जबकि उनका बेटा कनव और बेटी शैवी पढ़ाई कर रहे हैं। शिमला से गोरखपुर तबादले के दौरान वह बैजनाथ आए थे और जल्द छुट्टी आने का वायदा करके गए थे।
अंतिम विदाई के मौके पर रमेश कुमार की पत्नी ने समाज और सरकार का आह्वान किया कि वे मुझ जैसी महिलाओं को विधवा न मानें और उन्हें व्यावहारिक तौर पर सुहागिनों का दर्जा दिया जाए, क्योंकि फौजी कभी मरते नहीं है। वे देश सेवा करते हुए वीरगति प्राप्त कर सदा के लिए अमर हो जाते हैं। ऐसे वीर पुरुष की पत्नी का जीवन भी किसी शौर्य गाथा से कम नहीं होता। इस मौके पर बेशक रमेश कुमार की पत्नी ने आंसुओं के सैलाब को अपनी आंखों में थाम लिया, लेकिन उसके द्वारा "रमेश कुमार अमर रहे" के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। हालांकि बार-बार वह रमेश कुमार की माता जोगिंद्रा देवी को ढांढस भी बंधाती रहीं।
माहौल उस समय और भी गमगीन हो गया जब सैन्य बल के अधिकारियों ने उनकी माता और पत्नी को रमेश कुमार के प्रशंसा पत्र और चैक भेंट किए तो माता जोगिंद्रा देवी अधिकारियों और सैनिकों को काफी देर तक एकटक निहारती रहीं, मानों जोगिंद्रा देवी की आंखें कभी न लौट कर आने वाले अपने बेटे को उन्हीं में तलाश रही हों। इस मौके पर विधायक किशोरी लाल, पूर्व विधायक मुल्क, एसडीएम संकल्प गौतम, डीएसपी अनिल शर्मा, स्क्वाड्रन कमांडर कमल कुमार, कैप्टन राकेश कुमार व पूर्व प्रधान अशोक कुमार सहित सैंकड़ों लोगों ने रमेश कुमार के निधन पर शोक प्रकट किया है।