Edited By Vijay, Updated: 24 Aug, 2025 07:45 PM

कांगड़ा जिला केउपमंडल इंदौरा में रविवार काे भारी बारिश ने कहर बरपाया। यहां इंदौरा-बडूखर, इंदौरा-गंगथ और इंदौरा-रैहन मार्ग पर पेड़ गिरने और कुछ स्थानों पर भूस्खलन होने से मार्ग 2 से 3 घंटों के लिए बाधित रहे तो वहीं 40 के करीब गांवों की विद्युत सेवा...
इंदौरा (अजीज): कांगड़ा जिला केउपमंडल इंदौरा में रविवार काे भारी बारिश ने कहर बरपाया। यहां इंदौरा-बडूखर, इंदौरा-गंगथ और इंदौरा-रैहन मार्ग पर पेड़ गिरने और कुछ स्थानों पर भूस्खलन होने से मार्ग 2 से 3 घंटों के लिए बाधित रहे तो वहीं 40 के करीब गांवों की विद्युत सेवा ठप्प हो गई। इंदौरा के सुग-भटोली में प्रशासन द्वारा 9 व्यक्तियों और मधुमक्खियों के डिब्बों को रैस्क्यू करवाया गया। वहीं औद्योगिक क्षेत्र में भी पानी से नुक्सान होने की सूचना है। सबसे ज्यादा नुक्सान इंदौरा पंचायत में हुआ है। यहां अचानक बाढ़ जैसे हालात हो गए और देखते ही देखते इंदौरा के वार्ड नंबर 2 व 3 के 100 के करीब घरों और 120 के करीब दुकानों में 5-5 फुट पानी घुस गया।

पानी के बहाव से फट गए दुकानों के शटर
पानी का बहाव इतना तेज था कि कई दुकानों के शटर तक फट गए। अचानक आए पानी से कई दुकानों व घरों का सामान बह गया तो वहीं घरों में मलबा आदि घुसने से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। यहां 7 चौपहिया और 15 दोपहिया वाहन पानी में काफी दूर तक बह गए। यहां वार्ड नंबर-2 से एक परिवार की 3 महिलाएं व एक पुरुष पानी में फंस गए, जिसकी सूचना प्रशासन को दी गई और एनडीआरएफ की 14वीं वाहिनी के डिप्टी कमाडैंट निशांत शर्मा के नेतृत्व में आई टीम ने कड़ी मशक्कत से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। घरों में चारपाइयां, बैडबॉक्स, सोफे, फ्रिज और वॉशिंग मशीन सहित सामान्य प्रयोग का सामान तैरता हुआ नजर आया। कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वहीं वार्ड नंबर-3, इंदौरा की पवना देवी पुत्री सोम राज का मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया।
6 मकान पूरी तरह से ध्वस्त, 10 काे आंशिक नुक्सान
अब तक इंदौरा उपमंडल में 6 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं तो वहीं आज इंदौरा के उक्त वार्डों में 10 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और 15 के करीब घरों की चारदीवारी पानी के बहाव के कारण ढह गई, जबकि राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला इंदौरा की चारदीवारी भी क्षतिग्रस्त हुई है। गनीमत यह रही कि यह वर्षा व स्थिति दिन के समय हुई, यदि रात को ऐसा होता तो जान व माल का भारी नुक्सान हो सकता था। लोगों के घर में खाने-पीने की वस्तुओं, राशन आदि सहित रोजमर्रा के प्रयोग का सारा सामान मलबा घुसने से खराब हो गया और प्रयोग के योग्य नहीं रहा है। वहीं इंदौरा में आटा चक्की में भी पानी घुसने से लोगों की पिसवाने के लिए दी गई गेहूं व आटा खराब हो गया।
विधायक मलेंद्र राजन ने लिया स्थिति का जायजा
वहीं इंदौरा में इस तरह की आपदा की सूचना मिलते ही विधायक मलेंद्र राजन प्रशासनिक अमले सहित बाढ़ ग्रस्त वार्डों में पहुंचे और एक-एक घर में जाकर स्थिति का जायजा लिया तथा पीड़ितों को ढांढस बंधाया और प्रशासन को राहत एवं पुनर्वास कार्यों हेतु उचित निर्देश दिए। उनके साथ पंचायत प्रधान भोपाल कटोच, एएसपी धर्म चंद वर्मा, एसडीएम डॉ. सुरेंद्र ठाकुर, डीएसपी संजीव कुमार यादव, तहसीलदार अमनदीप सिंह, बीडीओ सुदर्शन सिंह, पूर्व उपप्रधान मनोहर पिंकी, वार्ड सदस्य अमन शैंटी और युकां उपाध्यक्ष नीरज कुमार भी उपस्थित रहे। विधायक ने आपदा पीड़ितों के नुक्सान का आकलन कर रिपोर्ट देने के निर्देश प्रशासन को दिए। उन्होंने कहा कि जो भी नुक्सान हुआ है, उसका सरकार से मुआवजा दिलाया जाएगा।

ये रहा आपदा का कारण
आपदाग्रस्त परिवारों ने कहा कि वार्ड नंबर 2 में बिना सोच-विचार किए अंधाधुंध निर्माण के कारण पीछे से आने वाले वर्षा के पानी का रास्ता बंद हो गया है, जिस कारण पानी रुकता गया और एक तालाब का रूप ले लिया था। लेकिन जब पानी का दबाव बहुत ज्यादा हो गया तो पीछे से दीवारें, जिनके कारण पानी रुका हुआ था, टूटने से अचानक इतनी भारी मात्रा व गति से पानी आया कि लोगों को अपना कीमती व आवश्यक सामान तक निकालने का समय नहीं मिल पाया और आंखों के सामने कुछ ही मिनटों में सामान की बर्बादी को देखना पड़ा तथा जान बचाने के लिए बच्चों सहित छतों पर चढ़ना पड़ा।

राहत एवं पुनर्वास कार्य जारी
वहीं समाचार लिखे जाने तक इंदौरा में प्रशासन द्वारा राहत व पुनर्वास कार्य जारी हैं। एसडीएम डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि प्रशासन द्वारा 300 लोगों के खाने व रहने की व्यवस्था इंदौरा के सराय भवन में कर दी गई है तथा नुक्सान का आकलन किया जा रहा है।
संजवां में मकान ध्वस्त
वहीं भोग्रवां पंचायत के उपप्रधान जयदीप राणा ने बताया कि उनकी पंचायत के गांव संजवां, वार्ड नंबर 3 में चिमन लाल पुत्र वीर सिंह का कच्चा मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया, जबकि पक्के मकान की एक दीवार भूमि कटाव के कारण गिर गई और मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। फिलहाल परिवार को महिला मंडल भवन में आश्रय दिया गया है। उन्होंने प्रैस के माध्यम से सरकार से परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है।