Edited By Kuldeep, Updated: 17 Jan, 2025 10:41 PM
जिला शिमला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र में सामने आए पेयजल आपूर्ति गड़बड़झाले की रिपोर्ट विजीलैंस ने शुक्रवार को सरकार को सौंप दी।
शिमला (राक्टा) : जिला शिमला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र में सामने आए पेयजल आपूर्ति गड़बड़झाले की रिपोर्ट विजीलैंस ने शुक्रवार को सरकार को सौंप दी। डीजी विजीलैंस अशोक तिवारी की अध्यक्षता में यह रिपोर्ट सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह ओंकार शर्मा को सौंपी गई। इस मौके पर आईजी विमल गुप्ता और जांच अधिकारी एएसपी नरवीर राठौर भी मौजूद रहे। विजीलैंस ने अपनी 80 पन्नों की जांच रिपोर्ट में कई अनियमितताओं का खुलासा किया है। ऐसे में अब सरकार रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद नियमित केस दर्ज करवाने को लेकर निर्णय लेगी। विजीलैंस ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि कुछ ठेकेदारों ने, जहां से पानी उठाकर आगे आबंटन के आदेश दिए गए थे, वहां से पानी न भरकर अन्य स्थानों से ही पेयजल की आपूर्ति कर दी। इससे पानी की गुणवत्ता पर भी सवाल उठे हैं। इसी तरह निविदाओं के अनुसार प्रधान, लाभार्थी लोगों और जल शक्ति विभाग के कर्मचारी के हस्ताक्षर ही नहीं करवाए गए।
साथ ही अधिकारियों ने भी लाखों रुपए के कुछ बिलों का भुगतान बिना पड़ताल और निविदाओं की शर्तों को जांचे ठेकेदारों को कर दिया। रिकॉर्ड पर जो डाटा मैंटेन करना था, उसमें भी अनियमितता बरती गई। रिपोर्ट में विजीलैंस ने पंचायत प्रधानों के बयानों के अलावा जिन लाभार्थियों को पेयजल सप्लाई दिखाई उनके बयान, ठेकेदारों के बयान और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के बयानों का भी उल्लेख किया है। विजीलैंस ने अपनी जांच रिपोर्ट को पूरा रिकार्ड व तथ्य खंगालने के बाद अंतिम रूप दिया। गौर हो कि विजीलैंस ने ठियोग उपमंडल के जिन-जिन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यमों से पेयजल आपूर्ति की गई, वहां-वहां जाकर लोगों से पूरी जानकारियां जुटाई थीं। साथ ही उन टैंकरों की भी पूरी जानकारी जुटाई, जिनसे सप्लाई की गई।