Edited By Jyoti M, Updated: 25 Dec, 2024 12:53 PM
गगरेट क्षेत्र की ग्राम पंचायत अंबोटा के निवासी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) में कांस्टेबल के पद पर तैनात अब्दुल मजीद का देर शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में निधन हो गया। 35 वर्षीय अब्दुल मजीद जम्मू में तैनात थे और 3 दिन पहले ही छुट्टी पर...
गगरेट, (हनीश): गगरेट क्षेत्र की ग्राम पंचायत अंबोटा के निवासी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) में कांस्टेबल के पद पर तैनात अब्दुल मजीद का देर शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में निधन हो गया। 35 वर्षीय अब्दुल मजीद जम्मू में तैनात थे और 3 दिन पहले ही छुट्टी पर अपने गांव अंबोटा आए थे।
अपने परिवार और प्रियजनों के साथ समय बिताने की उम्मीद लेकर लौटे इस बहादुर जवान का सफर एक तेज रफ्तार जे. सी.बी. के कारण दुखद अंत में बदल गया। हादसा गगरेट के भरवाईं रोड पर हुआ, जब उनकी मोटरसाइकिल को एक तेज रफ्तार जे.सी.बी. ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि अब्दुल मजीद गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
अब्दुल मजीद का मंगलवार को उनके पैतृक गांव अंबोटा में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर से उन्हें श्रद्धांजलि दी। क्षेत्र के अन्य जवानों ने भी उनकी सेवाओं को याद करते हुए उन्हें सैल्यूट किया। ग्राम पंचायत अंबोटा के प्रधान जगजीत सिंह, उपप्रधान और पूर्व सैनिक जॉनी ठाकुर, कनिष्ठ अभियंता रोजी ठाकुर, सेवानिवृत्त सैनिक कप्तान सतरदीन, शेर मोहम्मद, ताज मोहम्मद, दस्तर मोहम्मद और मौजदीन सहित अन्य कई सेवानिवृत्त सैनिक व गण्यमान्य व्यक्ति और क्षेत्रीय नेता भी इस मौके पर मौजूद रहे।
सभी ने अब्दुल मजीद के बलिदान को सलाम किया और उनके परिवार को सांत्वना दी। अब्दुल मजीद अपने पीछे माता- पिता, पत्नी और 2 छोटी बेटियां (9 व 7 वर्ष) छोड़ गए हैं। उनका असमय निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ा आघात है। एक जिम्मेदार पिता, आदर्श पुत्र और समर्पित सैनिक के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन से मांग की है कि जे.सी.बी. चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।