Edited By Vijay, Updated: 22 Sep, 2024 09:38 PM
कुल्लू में साहसिक गतिविधियां 16 सितम्बर से शुरू हो गई हैं, जिनका लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक कुल्लू-मनाली पहुंच रहे हैं। इस दौरान कई पर्यटक मौज-मस्ती और सैल्फी लेने के लिए ब्यास नदी में उतर रहे हैं।
कुल्लू (दिलीप): कुल्लू में साहसिक गतिविधियां 16 सितम्बर से शुरू हो गई हैं, जिनका लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक कुल्लू-मनाली पहुंच रहे हैं। इस दौरान कई पर्यटक मौज-मस्ती और सैल्फी लेने के लिए ब्यास नदी में उतर रहे हैं। जिले में रविवार को भी कई पर्यटक जान जोखिम में डालकर पिरड़ी, वैष्णो माता मंदिर, रामशिला, बाशिंग, बबेली, बंदरोल, रायसन, कैंपिंग साइट, डोभी बिहाल, पतलीकूहल, क्लाथ व मनाली आदि में ब्यास नदी में अठखेलियां करते नजर आए।
पहले भी ब्यास नदी में पानी बढ़ने से कई पर्यटकों की जान जा चुकी है, इसके बावजूद पर्यटक हादसों से सबक नहीं ले रहे हैं। प्रशासन ने सूचना बोर्ड भी लगाए हैं, उसके बावजूद पर्यटक ब्यास नदी में उतर कर सैल्फी ले रहे हैं, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुल्लू-मनाली आने वाले पर्यटक अपनी सुरक्षा के लिए गंभीर नहीं हैं।
बता दें कि कुछ साल पहले थलौट में बाहर से आए इंजीनियरिंग के 24 प्रशिक्षु बह गए थे। उसके बाद जिला प्रशासन ने नदी किनारे न जाने के चेतावनी और साइन बोर्ड भी लगाए हैं, लेकिन पर्यटक नियमों को ताक पर रखकर नदी में उतर रहे हैं। इस संबंध में एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने कहा कि पर्यटक हादसे का शिकार न हों, इसके लिए साइन बोर्ड लगाए गए हैं। नियमों को ताक पर रखने वालों पर नियमानुसार 1000 से 5000 रुपए तक का जुर्माना किया जाएगा।
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