Edited By Vijay, Updated: 02 Feb, 2025 08:56 PM
मालरोड पर स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई, जब पर्यटकों के समूह की पुलिस से बहस हो गई और करीब 70 से 80 सैलानी पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर धरने पर बैठ गए।
शिमला (संतोष): मालरोड पर स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई, जब पर्यटकों के समूह की पुलिस से बहस हो गई और करीब 70 से 80 सैलानी पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर धरने पर बैठ गए। शाम तक मामला गर्माया रहा और पुलिस सैलानियों को समझने में जुटी रही।
हुआ यूं कि मालरोड पर राजस्थान व हरियाणा के करीब 70 से 80 पर्यटकों का एक समूह घूम रहा था। ये लोग मालरोड पर नाच-गा रहे थे। जब पुलिस की टीम ने पर्यटकों के समूह को नाच-गाने से रोका तो पुलिस और पर्यटकों के बीच बहस हो गई। देर शाम तक यह बहस चलती रही। पर्यटकों का समूह पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर धरने पर बैठ गया। पर्यटकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया है, जबकि दूसरी ओर पुलिस का कहना था कि उन्होंने सिर्फ अपनी ड्यूटी का पालन किया। देर शाम तक पुलिस की टीम व पर्यटकों के बीच बहस चलती रही।
बता दें कि शिमला के रिज व मालरोड पर धारा 144 लगी रहती है, ऐसे में यहां पर शोर मचाना, हुड़दंग मचाना प्रतिबंधित है। हालांकि इस नियम में विशेष मौकों पर प्रशासन व पुलिस की ओर से ढील भी दी जाती है, लेकिन सामान्य दिनों में ऐसा करना संभव नहीं है। रिज मैदान पर गाड़ियों के आने के लिए प्रतिबंध रहता है। सिर्फ विशेष परिस्थितियों में एम्बुलैंस जा सकती है और मुख्यमंत्री और राज्यपाल की गाड़ी ही रिज मैदान पर आ सकती है। ऐसे में यहां पर सुरक्षा के लिहाज से धारा 144 लगाई जाती है, ताकि रिज मैदान व मालरोड पर बाहर से आने वाले पर्यटकों को कोई परेशानी न हो और उन्हें सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाई जा सके।
उधर, पुलिस का कहना है कि पर्यटकों को प्रतिबंधित स्थान पर नियमों का उल्लंघन करने से रोका गया। पुलिस ने अपने कर्त्तव्य का पालन किया है। पर्यटकों समझाकर उनकी गलतफहमी को दूर कर दिया गया है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here