Edited By Vijay, Updated: 17 Apr, 2025 10:22 PM

उत्तर भारत के 5 राज्यों में जाल बिछाने वाले शाह सिंडिकेट का साथ देने और चिट्टे मामले में संलिप्त पाए जाने पर शिमला पुलिस के 2 पुलिस कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया है।
शिमला (संतोष) : उत्तर भारत के 5 राज्यों में जाल बिछाने वाले शाह सिंडिकेट का साथ देने और चिट्टे मामले में संलिप्त पाए जाने पर शिमला पुलिस के 2 पुलिस कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया है। शिमला पुलिस के चल रहे मिशन क्लीन-भरोसा अभियान के तहत चल रही ताबड़तोड़ कार्रवाई के तहत शिमला पुलिस किसी को नहीं बख्श रही है। शिमला पुलिस ने अपने ही 2 कर्मियों के खिलाफ यह कार्रवाई की है। एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने इन दोनों पुलिस कर्मियों को डिसमिस कर दिया है। इनमें कांस्टेबल जुगल किशोर नंबर-358 शाह सिंडिकेट से जुड़ा हुआ था, जिसके सरगना संदीप शाह सहित कई गुर्गे पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचाए हैं। मामले की जांच में सामने आया कि कांस्टेबल जुगल किशोर इस सिंडिकेट का सक्रिय हिस्सा रहा है। इसके अलावा कांस्टेबल संदीप कुमार को भी चिट्टे के मामलों में संलिप्त पाया गया था। शिमला पुलिस ने चिट्टे के साथ दबोचे गए 2 दर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर सरकार को भी पत्र भेजा है, जिसमें ये दोनों पुलिस कर्मी भी शामिल थे, लेकिन एसएसपी शिमला ने अपने विभाग से शुरूआत कर डाली है।
बता दें कि मुख्य सचिव को शिमला पुलिस द्वारा भेजी गई सूची में न केवल करीब-करीब हर विभाग का कर्मी शामिल है, अपितु हिमाचल पुलिस के 2 और पंजाब पुलिस के 2 जवान भी शामिल हैं। डॉक्टर सहित शिक्षा विभाग, बैंक प्रबंधक, एचआरटीसी कर्मी, फाेरैस्ट गार्ड व पटवारी तक शामिल हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री ने ऐसे सरकारी कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। सरकार को भेजी सूची में पंजाब पुलिस के कॉप अजय कुमार और देविंद्र कुमार, हिमाचल पुलिस के कर्मी जुगल किशोर व लक्ष्य, डा. सिद्धांर्थ, तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान, सिविल सप्लाई विभाग से यशवंत ठाकुर, घंढल से सरकारी कर्मी यमन भाटिया, यूको बैंक के सहायक प्रबंधक विनय गर्ग, को-ऑप्रेटिव सोसायटी का इंस्पैक्टर आदित्य शर्मा, शिक्षा विभाग से वरिष्ठ सहायक त्रिलोक नेगी, जल शक्ति विभाग में बेलदार पुरुषोत्तम, पटवारी विजय कुमार, जल शक्ति विभाग का पंप ऑप्रेटर बृजमोहन, अध्यापक विजेंद्र सिंह रावत, फाेरैस्ट गार्ड प्रशांत राठौर व अनीश, बिजली कर्मी अजय कुमार, लैब तकनीशियन अमन कुमार, एचआरटीसी कर्मी राहुल और चालक अनूप कुमार, मैकेनिक पवन कुमार और लोक निर्माण विभाग कर्मी राकेश कुमार शामिल हैं, जिनके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई अमल में लाने की जिला पुलिस प्रशासन ने मांग उठाई है।
एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि चाहे कोई भी क्यों न हो, नशाखोर और ड्रग पैडलर कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। शिमला पुलिस द्वारा चिट्टाखोरी में पकड़े गए सरकारी कर्मचारियों को लेकर मुख्य सचिव को पत्र पहले ही भेजा जा चुका है और शिमला पुलिस के 2 जवानों को चिट्टे में संलिप्त पाए जाने पर उन्हें डिसमिस कर दिया है।