Edited By Vijay, Updated: 23 Jan, 2025 09:59 PM
लोक निर्माण विभाग के तहत लीव इनकैशमैंट के फर्जी बिलों को तैयार कर 30 लाख रुपए का चूना लगाने से जुड़े मामले में विजीलैंस की जांच में कई खुलासे हुए हैं।
शिमला (ब्यूरो): लोक निर्माण विभाग के तहत लीव इनकैशमैंट के फर्जी बिलों को तैयार कर 30 लाख रुपए का चूना लगाने से जुड़े मामले में विजीलैंस की जांच में कई खुलासे हुए हैं। सामने आया है कि बिल किसी के नाम से तैयार हुए और राशि किसी के खाते में गई। इस संबंध में विजीलैंस ने 7 फरवरी 2024 को मामला दर्ज किया था। पहले इसकी शिकायत पुलिस थाना ढली में की गई थी।
विभाग से जुड़े मामले और लाखों की राशि के जुड़े होने के कारण विजीलैंस को मामला दिया गया। ये बिल 2017 से 2020 तक के हैं। इस मामले में एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ सहायक जांच दायरे में है। कथित आरोप है कि फर्जी लीव इनकैशमैंट के बिलों को तैयार कर कर्मचारी ने अपने खाते में डलवाया। आरोप यह भी है कि एक ही व्यक्ति को 3 बार अवकाश नकदीकरण का भुगतान कर सरकारी राशि का गबन किया गया।