Edited By Rahul Singh, Updated: 21 Aug, 2024 12:41 PM
ठाकुर राम गोपाल मंदिर डमटाल का मुख्य द्वार मंदिर प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो रहा है। मंदिर को प्रदेश का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है व प्रदेश सरकार के अधीन है। मंदिर में टैम्पल ऑफिसर के साथ-साथ दर्जनों कर्मचारी तैनात हैं लेकिन मंदिर प्रशासन की...
ठाकुरद्वारा, (गगन): ठाकुर राम गोपाल मंदिर डमटाल का मुख्य द्वार मंदिर प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो रहा है। मंदिर को प्रदेश का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है व प्रदेश सरकार के अधीन है। मंदिर में टैम्पल ऑफिसर के साथ-साथ दर्जनों कर्मचारी तैनात हैं लेकिन मंदिर प्रशासन की अनदेखी के चलते मंदिर के मुख्य द्वार पर झाड़ियां उगी हुई हैं। इसके साथ-साथ द्वार पर लगाई हुई टाइलें व उन पर लिखा गया ठाकुर राम गोपाल मंदिर भी उखड़ चुका है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जबसे यह द्वार बना है तबसे शायद ही कभी इस द्वार की मुरम्मत की गई हो। जानकारी के अनुसार मंदिर की हजारों कनाल भूमि है और मंदिर की भूमि में कई छोटे-बड़े उद्योग व सैंकड़ों दुकानें चल रही हैं जिससे किराए व अन्य साधनों से करोड़ों रुपए की आमदनी मंदिर प्रशासन को रही है। इसके बावजूद भी मंदिर के मुख्य द्वार की दुर्दशा से मंदिर प्रशासन की ढीली कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।
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हैरानी की बात यह है कि मन्दिर प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी हर दिन इसी मुख्य द्वार से मंदिर में प्रवेश करते हैं लेकिन जर्जर हो रहे मुख्य द्वार पर किसी का ध्यान नहीं जाता।