Edited By Rahul Singh, Updated: 16 Aug, 2024 12:38 PM
रुपए खर्च करने के बावजूद पंडीत में व्यास नदी पर बनाया गया झूला पुल 8 दिन में ही हांफ गया था, जिसकी मुरम्मत इलाका बदार से आने वाले लोगों ने आपसी सहयोग से कर इसे आवागमन के लिए सुचारू कर दिया है। ग्राम पंचायत देवरी के पूर्व प्रधान देवेंद्र कुमार ने...
पंडोह (विशाल): मंडी जिले में 8 लाख रुपए खर्च करने के बावजूद पंडीत में व्यास नदी पर बनाया गया झूला पुल 8 दिन में ही हांफ गया था, जिसकी मुरम्मत इलाका बदार से आने वाले लोगों ने आपसी सहयोग से कर इसे आवागमन के लिए सुचारू कर दिया है। ग्राम पंचायत देवरी के पूर्व प्रधान देवेंद्र कुमार ने बताया कि झूला पुल खराब होने से लोगों को सामान लेकर 8 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करके पंडोह आना पड़ रहा था।
लोगों की इस समस्या से विभाग भी अवगत था, लेकिन फिर भी झूला पुल को ठीक नहीं किया गया। इसी से खफा होकर इलाका वासियों ने इस पुल की मुरम्मत करके इसे सुचारू कर दिया और सरकार से मांग की है कि इसे सुचारू रखने के लिए यहां पर कर्मियों की तैनाती की जाए। मामला ध्यान में आया है और इस बारे संबंधित अधिकारियों को उचित कार्यवाही करने के लिए कह दिया गया है।
जनता को सरकार ने ठगने का ही काम किया
शिबाबदार निवासी नरेश कुमार ने बताया कि इस झूला पुल के माध्यम से इलाका बदार की आधा दर्जन से अधिक पंचायतों की जनता को सरकार ने ठगने का ही काम किया है। इस झूला पुल से एक समय में 10 किलो से अधिक भार नहीं ले जाया जा सकता।
यह भी पढ़ें- Himachal weather: निगुलसरी में फिर लैंडस्लाइड, इन जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी
आपदा के बाद प्रदेश और केंद्र सरकार के कई नेता यहां आए, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। पंडोह बाजार के निवासी कुलदीप ठाकुर ने चताया कि झूला पुल सिर्फ एक दिखावा मात्र ही है, जबकि इसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है।
प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here