Edited By Vijay, Updated: 11 Aug, 2023 09:29 PM

कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा की सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट और उस पर विधायक सुधीर शर्मा के कमैंट से कांग्रेस में शुरू हुआ सियासी महाभारत अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में अब पूर्व सीपीएस नीरज भारती भी मैदान में कूद गए हैं और उन्होंने...
शिमला (ब्यूरो): कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा की सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट और उस पर विधायक सुधीर शर्मा के कमैंट से कांग्रेस में शुरू हुआ सियासी महाभारत अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में अब पूर्व सीपीएस नीरज भारती भी मैदान में कूद गए हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालते हुए अपने पिता एवं कृषि मंत्री चंद्र कुमार को नसीहत दे डाली है। नीरज भारती ने लिखा है कि अपनी ही पार्टी के चुने हुए प्रतिनिधियों पर तंज कसने से अच्छा है कि आप अपने जिले पर ध्यान दें। प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगडा के आप एक मात्र मंत्री सरकार में हैं। इसलिए अपनी पार्टी के चुने हुए विधायकों पर टिप्पणी करने की बजाय सबसे बड़े जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में सोचें, जो आज से 8 महीने पहले भी वहीं थे और आज भी वहीं हैं। जिला के उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बारे में भी सोचें, जिन्हे ये अधिकारी मुंह नहीं लगा रहे हैं और उस विधायक पर भी नजर रखें जो आपका और मुख्यमंत्री के खास होने का ढोंग रच कर इन अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सांठ-गांठ बना के बैठा है।
जब बाप का जूता बेटे को फिट आने लगे तो उसे नसीहत नहीं देंगे
वहीं नीरज भारती की इस पोस्ट के संबंध में जब शुक्रवार को मीडिया ने सचिवालय में वरिष्ठ मंत्री चंद्र कुमार से शुक्रवार से सवाल किया तो उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब बाप का जूता बेटे को फिट आने लगे तो उसे नसीहत नहीं देंगे।
मुख्यमंत्री का कोई खास विधायक नहीं होता
कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री का कोई खास विधायक नहीं होता है। सभी विधायक मुख्यमंत्री के खास होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को बदलने में वक्त लगता है और सरकार प्राथमिकता के साथ काम करती है। उन्होंने कहा कि आप सभी मेरे बेटे को जानते हैं। वह उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
अधिकारी-कर्मचारी अभी भी पुरानी व्यवस्था वाले
नीरज भारती ने शुक्रवार को अपने फेसबुक पेज पर डाली एक पोस्ट में ये भी लिखा है कि सत्ता परिवर्तन करना राजनीतिज्ञों का काम है और व्यवस्था परिर्वतन करना सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का काम है। राजनीतिज्ञों और उनके कार्यकर्ताओं ने सत्ता परिवर्तित कर दी लेकिन अधिकारी और कर्मचारी अभी भी पुरानी व्यवस्था वाले ही है। आज भी विपक्ष के लोगों के साथ बैठ कर पार्टियां कर रहे हैं, उनके कामों और बातों को तरहीज दे रहे हैं और सत्ता परिवर्तन करने वाले अधिकतर कार्यकर्ता और कुछ नेता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
कमाल की सत्ता, उस सत्ता का व्यवस्था परिर्वतन
नीरज भारती ने आगे लिखा है कि कांग्रेसियों का यही हाल है, जब विपक्ष में होते है तो सत्ता के लिए लड़ते है, डंडे खाते हैं, धक्के खाते हैं, सिर फुटवाते हैं तथा अपने ऊपर केस डलवाते हैं लेकिन जैसे ही सत्ता मिलती है तो ये भूल जाते हैं कि सत्ता कैसे मिली है। जो अधिकारी और कर्मचारी विपक्ष में रहते आंखों को चुभते थे। सत्ता में आते ही वे आंखों के तारे बन जाते हैं। कमाल की सत्ता है और उस सत्ता का व्यवस्था परिर्वतन है।
काम के लिए 8 माह बहुत, 9 महीनों में तो बच्चा भी पैदा हो जाता है
नीरज भारती ने अपने फेसबुक पेज पर एक अन्य पोस्ट भी डाली है। इसमें उन्होंने लिखा है कि 8 महीने बहुत होते हैं सरकार को अपनी कार्यप्रणाली बनाने के लिए। 9 महीनों में तो बच्चा भी पैदा हो जाता है।
क्या है पूरा मामला
बीते बुधवार को विधायक राजेंद्र राणा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी, जिसके बाद उस पर विधायक एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने उस पर एक कमेट किया। संबंधित पोस्ट और कमैंट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसके अगले दिन वीरवार को मंत्री चंद्र कुमार ने पूरे मामले को अनुशासनहीनता बताया कि हाईकमान से इसका संज्ञान लेने की बात कही। इसके बाद शुक्रवार को पूर्व सीपीएस नीरज भारती ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हुए अपने पिता एवं कृषि मंत्री को अपनी ही पार्टी के चुने हुए प्रतिनिधियों पर तंज कसने की बजाय अपने जिले पर ध्यान देने की नसीहत दे डाली।
पूर्व मंत्री भारद्वाज ने पूछा-दुर्योधन कौन?
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कांग्रेस की अंतर्कलह पर चुटकी लेते हुए कहा की 5 गांव तो महाभारत में पांडवों ने कौरवों से मांगे थे लेकिन राजेंद्र राणा या सत्ताधारी दल के नेता ये बताए की कांग्रेस सरकार का दुर्योधन कौन है?
पार्टी खामोश, कार्यकर्ताओं में चर्चा
कांग्रेस में शुरु हुए सियासी महाभारत पर प्रदेश कांग्रेस पूरी तरह से खामोश है। पार्टी की तरफ से पूरे मामले को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं में चर्चा का माहौल बना हुआ है और सोशल मीडिया पर एक के बाद एक सियासी पोस्ट और कमैंट सामने आ रहे हैं।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here