Edited By Kuldeep, Updated: 08 May, 2025 05:15 PM

प्रदेश सरकार ने वोकेशनल ट्रेनर्ज की आंदोलन अवधि को नियमित करने पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसे में अब वोकेशनल ट्रेनर्ज की आंदोलन अवधि का वेतन काटा जाएगा। कंपनियों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
शिमला (प्रीति): प्रदेश सरकार ने वोकेशनल ट्रेनर्ज की आंदोलन अवधि को नियमित करने पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसे में अब वोकेशनल ट्रेनर्ज की आंदोलन अवधि का वेतन काटा जाएगा। कंपनियों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। स्कूलों से वोकेशनल ट्रेनर्ज की हाजिरी का रिकार्ड मांग लिया है। जितने दिन ट्रेनर्ज स्कूल गए होंगे, उन्हें उसी हिसाब से वेतन दिया जाएगा। ट्रेनर्ज बीते 29 मार्च से 15 अप्रैल तक आंदोलन पर थे। ऐसे में इनका 15 दिन का वेतन काटा जाएगा।
बताया जा रहा है कि कंपनियां इस दौरान वोकेशनल ट्रेनर्ज का वेतन बनाने में जुट गई हैं। ऐसे में इस बार इन्हें 15 दिन का वेतन दिया जाएगा। हालांकि इस दौरान वोकेशनल ट्रेनर्ज को उम्मीद थी कि सरकार पिछली बार की तरह इस बार भी उनके आंदोलन की अवधि को नियमित करेगी, लेकिन इस बार सरकार ने वोकेशनल ट्रेनर्ज को बड़ा झटका दिया है। इससे पूर्व महीने की 30 तारीख तक ट्रेनर्ज की हाजिरी का रिकार्ड ले लिया जाता है और महीने की 7 तारीख तक ट्रेनर्ज को वेतन जारी कर दिया जाता है।
दूसरी तरफ सरकार ने टर्मिनेट हुए वोकेशनल ट्रेनर्ज को भी अभी तक बहाल नहीं किया है। इस दौरान 4 टर्मिनेट हुए वोकेशनल ट्रेनर्ज की नौकरी संकट में है। सरकार ने उनके मामले में भी अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। यह चार वोकेशनल ट्रेनर्ज प्रदेश वोकेशनल टेनर्ज वैल्फेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी हैं, जिन्होंने प्रदर्शन के दौरान विभाग के खिलाफ नारेबाजी की थी। ऐसे में इन पर उक्त कार्रवाई की गई है।