Edited By Kuldeep, Updated: 29 Apr, 2025 09:34 PM

पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि पहलगाम की दर्दनाक और शर्मनाक दुर्घटना के बाद बहुत से नेताओं ने बहुत कुछ कहा है परन्तु जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जो कहा है और जिस तरह कहा है वह सबसे अधिक बढ़िया लगा।
पालमपुर (भृगु): पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि पहलगाम की दर्दनाक और शर्मनाक दुर्घटना के बाद बहुत से नेताओं ने बहुत कुछ कहा है परन्तु जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जो कहा है और जिस तरह कहा है वह सबसे अधिक बढ़िया लगा। उन्होंने कहा, सबसे बड़ी बात उन्होंने स्वीकारी है कि मुख्यमंत्री के रूप में पर्यटकों की रक्षा करने की उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने अति भावुक होकर यह भी कहा कि वह किन शब्दों में पीड़ितों से क्षमा मांगें। इतना ही नहीं यह भी कहा कि यह अवसर राजनीति का नहीं है।
यह भी स्पष्ट कर दिया कि आज के समय में वह पूर्ण राज्य की मांग भी नहीं करेंगे। यह एक देशभक्त के उदगार हैं। शांता कुमार ने कहा कि मुझे इस बात की भी खुशी हुई है कि उनके पिता फारूक अब्दुल्ला ने भी यह स्पष्ट किया कि वह हमेशा पाकिस्तान से बातचीत करने की बात करते रहे परन्तु अब नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, उमर अब्दुल्ला ने एक सच्चे देश भक्त के रूप में इस संकट के समय बहुत बढ़िया अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। भारतीय संस्कृति के चिंतन के अनुसार भारत में रहने वाला वह हर व्यक्ति हिंदू और भारतीय है जो इस देश को अपनी मातृ भूमि मानता हो।
उसका धर्म कोई भी हो सकता है। भारत का धर्म केवल एक पूजा पद्धति नहीं है। भारत का हिन्दुत्व पूजा पद्धतियों का एक महासमुद्र है। मस्जिद जाने वाला व्यक्ति भी उतना ही देश भक्त है जितना मन्दिर में जाने वाला है। आवश्यकता इस बात की है कि हमारी पूजा पद्धति हमारे देशभक्ति के रास्ते में आड़े न आए। उन्होंने कहा कि वह उमर अब्दुल्ला से आग्रह करेंगे कि उनकी सरकार इस बात की सावधानी रखे कि कश्मीर में कोई भी आतंकवाद का साथ न दे।