Edited By Vijay, Updated: 17 Sep, 2024 11:31 AM
10 मार्च को बालूगंज पुलिस थाना में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर दर्ज हुए मामले में अब वित्तीय लेन-देन के पुख्ता प्रमाण मिलने शुरू हो गए हैं। शिमला पुलिस व एसआईटी द्वारा लंबे समय से इस पर कार्य किया जा रहा है और वित्तीय लेन-देन के खुलासे अब सामने...
शिमला (संतोष): 10 मार्च को बालूगंज पुलिस थाना में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर दर्ज हुए मामले में अब वित्तीय लेन-देन के पुख्ता प्रमाण मिलने शुरू हो गए हैं। शिमला पुलिस व एसआईटी द्वारा लंबे समय से इस पर कार्य किया जा रहा है और वित्तीय लेन-देन के खुलासे अब सामने आने लगे हैं। इसका खुलासा सोमवार को बालूगंज पुलिस थाना में पूछताछ के लिए तलब किए देहरादून के एक ट्रैवल एजैंट सुधीर राणा ने किया है। देर शाम तक लंबी चली पूछताछ के दौरान उसने पुलिस व एसआईटी को बताया है कि उसे विधायकों की एक लिस्ट थमाई गई थी, जिसमें उनके रहने-ठहरने के प्रबंध करने को कहा गया था और इसके लिए उसे वहां के एक भाजपा नेता ने कैश में भुगतान किया है।
देहरादून में ठहरने का खर्च करीब 36 से 40 लाख रुपए
विधायकों के देहरादून में ठहरने का करीब 36 से 40 लाख रुपए खर्च हुआ है और इसमें से नकद करीब 25 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। इसके बाद ये विधायक देहरादून के जॉलीग्रांट से दिल्ली की ओर चौपर में रवाना हुए हैं। इस जानकारी के बाद अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा बारंबार कहे जा रहे विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले के शब्दों को भी उड़ान मिली है, क्योंकि इससे पहले शिमला पुलिस व एसआईटी द्वारा नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर से की गई पूछताछ में उन्होंने भी पवन हंस चौपर कंपनी को 5 लाख रुपए देने की बात कबूली है। आगामी दिनों में शिमला पुलिस व एसआईटी इस मामले में और बड़ा खुलासा कर सकती है।
6 माह से चल रही है मामले की जांच
बीते 23 अगस्त को एसआईटी ने पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो और केएल ठाकुर से भी पूछताछ की है। विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा व उनके पिता सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी राकेश शर्मा और पूर्व विधायक रवि ठाकुर से भी पूछताछ हो चुकी है, वहीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार रहे तरुण भंडारी से कई दफा पूछताछ की जा चुकी है। मामले के अनुसार आशीष शर्मा और राकेश शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने प्रदेश सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचा। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले तत्कालीन विधायकों के फाइव-सैवन स्टार होटल में ठहरने, खाने-पीने और हैलीकॉप्टर से उन्हें ले जाने का इंतजाम किया गया। इस मामले में आशीष शर्मा के साथ गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के रिटायर आईएएस पिता राकेश शर्मा के खिलाफ भी शिमला के बालूगंज थाना में मामला दर्ज है।
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