Edited By Vijay, Updated: 14 Dec, 2022 09:23 PM

राज्य दवा विभाग ने 10 फार्मा उद्योगों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इन उद्योगों की 27 दवाओं के सैंपल फेल होने पर विभाग ने यह कार्रवाई की है। सबसे बड़ी बात यह है कि कालाअंब की निक्सी लैबोरेटरीज कंपनी के 14 सैंपल फेल हुए हैं।
सोलन (नरेश पाल): राज्य दवा विभाग ने 10 फार्मा उद्योगों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इन उद्योगों की 27 दवाओं के सैंपल फेल होने पर विभाग ने यह कार्रवाई की है। सबसे बड़ी बात यह है कि कालाअंब की निक्सी लैबोरेटरीज कंपनी के 14 सैंपल फेल हुए हैं। जिस इंजैक्शन के यह सैंपल फेल हुए ड्रग विभाग ने उसके उत्पादन को पहले ही बंद कर दिया है क्योंकि पीजीआई में अक्तूबर माह में 5 की मौत के मामले सामने के बाद यह कार्रवाई की गई है। इसके अलावा 4 उद्योगों की 2-2 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। इसमें एनएनजी लाइफ साइंस, मोरपेन लैबोरेटरीज बद्दी, हिल्लिरस लैब बद्दी व सीबीसी हैल्थेयर नालागढ़ की 2-2 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। 5 उद्योगों की एक-एक दवा का सैंपल फेल हुआ है। इन सभी उद्योगों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। ड्रग विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए ड्रग निरीक्षकों को इन सभी उद्योगों की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। केन्द्रीय दवा नियंत्रक संगठन (सीडीएससीओ) ने सोमवार को ही ड्रग अलर्ट जारी किया था। बता दें कि हिमाचल की 27 दवाओं सहित देश में कुल 83 दवाओं के सैंपल हुए थे। सीडीएससीओ द्वारा देशभर से 1487 दवाओं के सैंपल जांच के लिए भरे गए थे जिसमें से 1404 दवाएं मानकों पर खरी उतरी हैं जबकि 83 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए उसमें हार्ट, सर्जरी, एंटीबायोटिक, कैल्शियम, पेट के कीड़े व विटामिन की दवाइयां शामिल हैं।
हिमाचल के बाद उत्तराखंड की 16 दवाओं के सैंपल फेल
हिमाचल के बाद सबसे अधिक उत्तराखंड की 16 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। मध्यप्रदेश में 6, गुजरात व पश्चिम बंगाल में 5-5, हरियाणा में 3, पंजाब में 3, सिक्किम, राजस्थान, उड़ीसा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश व आंधप्रदेश में 2-2 दवाओं सैंपल फेल हुए हैं। इसी तरह तेलंगाना, दमन, कर्नाटक व आंध्रप्रदेश में एक-एक दवा का सैंपल फेल हुआ है। ड्रग विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए उन सभी उद्योगों को नोटिस जारी कर दिए हैं। यही नहीं, बाजार से इनके स्टॉक को रिकॉल करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं।
कई उद्योगों के लगातार फेल हो रहे सैंपल
दिलचस्प बात यह है कि इसमें कई ऐसे उद्योग हैं जिनकी दवाओं के सैंपल लगातार फेल हो रहे हैं। ड्रग विभाग के निरीक्षक अब इन सभी उद्योगों में जाकर अब जीएनपी (गुड्स मैन्युफैक्चरिंग) की जांच कर राज्य दवा नियंत्रक को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। यदि इसमें कमी पाई गई तो उद्योग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बीबीएन देश का सबसे बड़ा फार्मा हब
देश में कुल दवा का 40 फीसदी का उत्पादन हिमाचल में होता है। बीबीएन देश का सबसे बड़ा फार्मा हब है। कारोना काल में बीबीएन ने देश ही नहीं बल्कि कई देशों की दवाइयों की मांग को पूरा किया। पिछले 2 वर्षों में प्रदेश में बनी रही दवाओं की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। यही कारण है कि अब प्रदेश में बनी दवाओं के सैंपल कम फेल हो रहे हैं।
क्या बोले राज्य दवा नियंत्रक
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि ड्रग विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए उन सभी उद्योगों को नोटिस जारी कर दिए हैं जिनके सैंपल फेल हुए हैं। यही नहीं बाजार से इनके स्टॉक को रिकॉल करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। यही नहीं ड्रग निरीक्षक को इन सभी उद्योगों का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं।
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