Edited By Kuldeep, Updated: 16 May, 2025 10:30 PM

पावर कॉर्पोरेशन के मुख्य अभियंता विमल नेगी के साथ उनके अधिकारियों का व्यवहार सही नहीं था, यानि उन्हें प्रताड़ित किया गया था।
शिमला (संतोष): पावर कॉर्पोरेशन के मुख्य अभियंता विमल नेगी के साथ उनके अधिकारियों का व्यवहार सही नहीं था, यानि उन्हें प्रताड़ित किया गया था। यह खुलासा पुलिस की एसआईटी द्वारा जुटाए गए सबूतों और ऑफिस कार्यालय के स्टाफ और अन्य लोगों से की गई पूछताछ में उजागर हुआ है। जांच में यह भी मालूम पड़ा है कि विमल नेगी 2020 से डिप्रैशन में थे और नर्वस इलनैस का ट्रीटमैंट करवा रहे थे तथा दवा खाते थे और इस बीच उनके उच्चस्थ अधिकारियों का व्यवहार सही न होना, उन्हें बहुत ज्यादा प्रताड़ित कर रहा था। एसआईटी ने चार्जशीट करीब-करीब तैयार कर ली है और विमल नेगी के लैपटॉप, पैनड्राइव और डायरी के फोरैंसिक विश्लेषण के बाद आई रिपोर्ट का गहन अध्ययन किया जा रहा है, ताकि जांच में छोटी से छोटी चीज भी सामने आ सके।
मोबाइल को लेकर बना हुआ है संशय
विमल नेगी के लापता होने के बाद से उनके शव मिलने के बाद उनके मोबाइल को लेकर संशय आज भी बरकरार है। हालांकि विमल नेगी के मामा ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में जोर देकर कहा कि विमल नेगी मामले की वीरवार को हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान उन्हें पता चला है कि विमल नेगी का मोबाइल मिल गया है, जो जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है, जिसकी पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है। उधर पुलिस का कहना है कि उच्च न्यायालय में मुख्य आरोपी देशराज, हरिकेश मीणा आदि के मोबाइल का जिक्र हुआ है। अब इसमें कितनी वास्तविकता है, इसे लेकर सभी के मन में संशय बना हुआ है। पुलिस का कहना है कि व्यक्ति की डिजिटल हिस्ट्री कई साधनों से जानी जा सकती है, जिसके लिए पुलिस ने साइबर विशेषज्ञ की भी सलाह ली है।