Edited By Jyoti M, Updated: 05 Dec, 2024 09:32 AM
जिला किन्नौर की सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण नैशनल हाईवे-5 पर चोलिंग के समीप बीते एक वर्षों से पड़ा मलबा हादसों को न्यौता दे रहा है। गौरतलब है कि चोलिंग के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग-5 से रांगले के लिए सम्पर्क सड़क मार्ग का निर्माण किया जा रहा है,...
रिकांगपिओ, (कुलभूषण): जिला किन्नौर की सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण नैशनल हाईवे-5 पर चोलिंग के समीप बीते एक वर्षों से पड़ा मलबा हादसों को न्यौता दे रहा है। गौरतलब है कि चोलिंग के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग-5 से रांगले के लिए सम्पर्क सड़क मार्ग का निर्माण किया जा रहा है, जिसका सारा मलबा बीते एक वर्ष से भी अधिक समय से राष्ट्रीय राजमार्ग-5 के बीचोंबीच पड़ा हुआ है। जो आए दिन किसी न किसी हादसों का कारण बनता जा रहा है।
इसके बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा एक वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी आज तक नहीं हटाया गया है। आपको बता दें कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग-5 चीन-तिब्बत सीमा तक जाता है, ऐसे मे हर दिन इस राष्ट्रीय राजमार्ग से रोजाना सैकड़ों वाहनों के अलावा सेना और आई.टी.बी.पी. के वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। इसमें बीते एक वर्ष से भी अधिक समय से इस राष्ट्रीय राजमार्ग के बीचोंबीच तक पड़ा हुआ मलबा हादसों को न्यौता दे रहा है। जिस कारण से यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
ऐसे में विभागीय लापरवाही कभी भी किसी पर भारी पड़ सकती है। साथ में ही यहां से कुछ ही दूरी पर आगे मोड़ पर सड़क के साथ प्राइमरी स्कूल भी है। लोगों ने मांग उठाई है कि सड़क के बीचोंबीच तक पड़े हुए इस मलबे को हटाया जाए।
इस बारे में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता सतीश जोशी ने बताया कि इस बारे में पी.डब्ल्यू.डी. विभाग को उस क्षेत्र में सम्पर्क सड़क के निर्माण के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर फेंके गए मलबे को हटाने के लिए कहा गया है।