Edited By Kuldeep, Updated: 01 Jan, 2025 04:43 PM
वर्ष, 1995 बैच के आईएएस अधिकारी आरडी नजीम को अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के पद पर पदोन्नति दी गई है।
शिमला (कुलदीप): वर्ष, 1995 बैच के आईएएस अधिकारी आरडी नजीम को अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के पद पर पदोन्नति दी गई है। इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे इसी बैच के आईएएस अधिकारी भरत हरबंस खेड़ा को प्रोफार्मा प्रमोशन दी गई है। इस तरह प्रदेश में एसीएस के तौर पर सेवाएं देने वाले वह तीसरे आईएएस अधिकारी बन गए हैं। उनसे पहले प्रदेश में वर्ष, 1993 बैच के आईएएस अधिकारी केके पंत और वर्ष, 1994 बैच के आईएएस अधिकारी ओंकार चंद शर्मा एसीएस के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना भी मार्च माह में सेवानिवृत्त होने हैं तथा उनकी सेवानिवृत्ति के बाद एसीएस अधिकारियों में से नया मुख्य सचिव बनाया जाना है। प्रबोध सक्सेना को रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) का अध्यक्ष पद का दावेदार भी बताया जा रहा है।
यह पद डा. श्रीकांत बाल्दी का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली हुआ है। मौजूदा समय में इस पद का अतिरिक्त दायित्व प्रधान सचिव देवेश कुमार को सौंपा गया है। ऐसे में यदि सरकार की तरफ से प्रबोध सक्सेना को इस पद का दायित्व सौंपा जाता है, तो मुख्य सचिव पद की कुर्सी जल्दी ही खाली हो सकती है। इस स्थिति में प्रदेश में मुख्य सचिव पद पर नए अधिकारी की तैनाती शीघ्र हो सकती है। मुख्य सचिव पद की दौड़ में मुख्य रूप से केके पंत और ओंकार चंद शर्मा का नाम ही प्रमुख रूप से लिया जा रहा है, लेकिन किसी वरिष्ठ अधिकारी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने की स्थिति में यह दायित्व उनको सौंपने का विकल्प भी सरकार के पास उपलब्ध है।
4 आईएएस को मिल सकता है सचिव रैंक
प्रदेश के 4 अन्य आईएएस अधिकारियों को भी शीघ्र सचिव रैंक मिल सकता है। यह सचिव रैंक में वर्ष, 2009 बैच के 4 अधिकारियों मानसी सहाय ठाकुर, रोहन चंद ठाकुर, डा. राज कृष्ण पुर्थी और विनोद कुमार शामिल हैं।