Edited By Kuldeep, Updated: 09 Apr, 2025 06:35 PM

हिमाचल प्रदेश पैंशनर्ज वैल्फेयर एसोसिएशन ने अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई है। इसके तहत प्रदेश कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से 5 पदाधिकारियों को प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है।
शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश पैंशनर्ज वैल्फेयर एसोसिएशन ने अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई है। इसके तहत प्रदेश कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से 5 पदाधिकारियों को प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। इनमें संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश ठाकुर के साथ ही शिमला नगर इकाई के प्रधान मदन शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान दीप राम और सदस्य गंगा राम व भूप राम शामिल हैं। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आत्मा राम शर्मा ने बुधवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बीते दिन कुनिहार में संपन्न हुई और इस मुद्दे पर विशेष रूप से चर्चा हुई कि वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश ठाकुर की गतिविधियां काफी समय से संगठन की मूल भावना और एकजुटता के खिलाफ चल रही हैं।
ऐसे में उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था लेकिन जो जवाब आया, वह असंतोषजनक और निराधार था। इसी तरह यह भी पाया गया कि शिमला शहरी इकाई के 4 पदाधिकारी अनुशासनहीनता करते हुए जिला शिमला के मशोबरा, कुमारसैन, रोहड़ू व कोटखाई सहित अन्य ब्लॉकों में जाकर समानांतर संगठन खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि संबंधित ब्लॉक उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं। आत्मा राम शर्मा ने कहा कि ऐसे में एसोसिएशन की प्रदेश कार्यकारिणी ने उक्त सभी पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्होंने चेताया है कि संगठन में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता सहन नहीं की जाएगी।
31 मई माह तक बढ़ा कार्यकाल
आत्मा राम शर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कुछ जिलों में विभिन्न कारणों से एसोसिएशन के चुनाव नहीं हो पाए हैं और प्रदेश कार्यकारिणी के चुनाव अप्रैल माह में प्रस्तावित हैं। ऐसे में सर्वसम्मति से वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल 31 मई तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, ताकि उससे पहले सभी ब्लॉक, जिला व प्रदेश कार्यकारिणी की चुनावी प्रक्रिया संपन्न करवाई जा सके। इस मौके पर एसोसिएशन के विभिन्न पदाधिकारी मौजूद रहे।
करोड़ों रुपए की देनदारियां लंबित
आत्मा राम शर्मा ने कहा कि सरकार के पास पैंशनर्ज की करोड़ों रुपए की देनदारियां लंबित पड़ी हुई हैं। बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने बजट में 2016 से 2022 के बीच सेवानिवृत्त हुए पैंशनर्ज की अनदेखी करते हुए महज 3 प्रतिशत डीए को आगामी मई माह से देने की घोषणा की है, जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उन्होंने कहा कि डीए की 3 प्रतिशत की किस्त भी फ्लाईओवर की तरह दी गई, क्योंकि इससे पूर्व 4-4 प्रतिशत की 2 किस्तें देय हैं। इतना ही नहीं, डीए का 42 महीनों का एरियर भी लंबित पड़ा हुआ है।
तो चलाया जाएगा प्रदेशव्यापी आंदोलन
आत्मा राम शर्मा ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार मई तक पैंशनर्ज की समस्याओं का समाधान नहीं करती है और जेसीसी की बैठक नहीं बुलाई जाती है तो एसोसिएशन प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू करने से भी पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के समक्ष भी एसोसिएशन पैंशनर्ज का पक्ष रख चुकी है। आत्मा राम शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद पैंशनर्ज के मैडीकल बिलों का भुगतान भी नहीं हो रहा है।