Edited By Kuldeep, Updated: 16 May, 2025 07:33 PM

ईपीएफओ बद्दी कार्यालय के क्षेत्रीय आयुक्त रहे रवि आनंद ने 1 अप्रैल, 2022 से 30 नवम्बर, 2024 की अवधि के दौरान कैसे आय से अधिक संपत्ति अर्जित की, उसकी तह तक जाने के लिए सीबीआई हर पहलू को खंगाल रही है।
शिमला (राक्टा): ईपीएफओ बद्दी कार्यालय के क्षेत्रीय आयुक्त रहे रवि आनंद ने 1 अप्रैल, 2022 से 30 नवम्बर, 2024 की अवधि के दौरान कैसे आय से अधिक संपत्ति अर्जित की, उसकी तह तक जाने के लिए सीबीआई हर पहलू को खंगाल रही है। इसी कड़ी में पीएफ से जुड़ी उन फाइलों को खंगाला जा रहा है, जिनका निपटारा करने में अधिकारी भी शामिल रहा। ऐसे में यदि छानबीन के दौरान अनियमिताओं से जुड़े साक्ष्य पाए जाते हैं तो संबंधित कंपनियां भी जांच की जद्द में आ सकती हैं। अधिकारी को सीबीआई पहले रिश्वत के आरोप में भी गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं अब आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के तथ्य पाए जाने के बाद आशंका यह भी जताई जा रही है कि कहीं पीएफ के मामले निपटाने की एवज में अन्य कंपनियों से भी रिश्वत तो नहीं ली गई।
गौर हो कि रिश्वत से जुड़े मामले में जब सीबीआई ने बीते नवम्बर माह में अधिकारी के चंडीगढ़ स्थित आवास परिसर से 23.50 लाख रुपए के साथ अन्य दस्तावेज भी बरामद किए थे। ऐसे में पता लगाया जा रहा है कि यह राशि कहां से आई। इसके साथ ही जांच में सामने आया है कि अधिकारी ने दिसम्बर, 2020 में अपने नाम से एक कार भी खरीदी, जिसे जींद हरियाणा में पंजीकृत करवाया गया। ऐसे में यह भी पड़ताल की जा रही है कि जांच अवधि 1 अप्रैल 2022 से 30 नवम्बर 2024 के दौरान इसके रखरखाव और ईंधन पर कितनी राशि खर्च की गई।
बैंक खातों की हो चुकी है पड़ताल
सीबीआई मामले की तह तक जाने के लिए अधिकारी के बैंक खातों का रिकाॅर्ड भी खंगाल चुकी है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि अधिकारी ने उक्त अवधि के दौरान अपने नाम पर भारी मात्रा में नकदी, बैंक बैलेंस और अन्य अचल संपत्तियां अर्जित की हैं, जो आय के ज्ञात स्रोतों से लगभग 19,67,721.64 रुपए अधिक हैं। जांच ब्यूरो अधिकतर रिकाॅर्ड कब्जे में ले चुका है।