Edited By Kuldeep, Updated: 12 Feb, 2025 10:27 PM
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नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि सनातन विरोधी हिमाचल प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के लिए एचआरटीसी की बसें उपलब्ध नहीं करवाई हैं।
शिमला (ब्यूरो): प्रदेश में विपक्ष दल भाजपा के नेता नशे के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी ने यह आरोप लगाया है। उन्होंने बुधवार को शिमला से जारी बयान में कहा कि भाजपा को युवाओं की चिंता नहीं है। इसी का परिणाम है कि सत्ता में रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नशा माफिया के खिलाफ न तो कोई सख्त कार्रवाई की और न ही कोई सख्त कानून बनाने की दिशा में कदम उठाए। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के अपने 5 वर्ष के कार्यकाल में पीआईटी एनडीपीएस एक्ट लंबित रहा, जबकि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही मात्र 4 महीनों के भीतर इसकी अधिसूचना जारी कर नशा माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई शुरू कर दी थी। अवस्थी ने कहा कि यह कानूनी प्रावधान उन लोगों को हिरासत में लेने की अनुमति देता है, जो बार-बार नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल पाए जाते हैं, जिससे वे समाज की सुरक्षा को नुक्सान न पहुंचा सकें।
इस कानून के तहत अब तक प्रायोजक प्राधिकरण ने 81 केस प्रस्तुत किए हैं। संजय अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू के निर्देश पर पुलिस तस्करों की अवैध संपत्तियों को जब्त कर रही है। पिछले 3 वर्षों में अवैध रूप से अर्जित 16 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है, जिसमें से लगभग 9 करोड़ की संपत्ति पिछले वर्ष जब्त की गई थी। संजय अवस्थी ने कहा है कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में मंडी जिला के सुंदरनगर में जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हुई थी। इसलिए भाजपा नेता अपने गिरेबान में झांके और युवा के भविष्य पर राजनीति करने के बजाए राज्य सरकार के नशा माफिया के विरुद्ध उठाए जा रहे कदमों में सहयोग करें। इस सामाजिक बुराई को जड़ से मिटाने में सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है। ऐसे में विपक्ष भी नशे के विरुद्ध सकारात्मक सोच के साथ राज्य सरकार का साथ दे।
गठित की जा रही टास्क फोर्स
विधायक ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार नशा माफिया के विरुद्ध सख्ती से निपटने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स भी बना रही है। यह टास्क फोर्स विशेष रूप से मादक पदार्थों और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े अपराधों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके अलावा टास्क फोर्स के तहत समर्पित पुलिस थाने भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे मादक पदार्थों से संबंधित अपराधों पर प्रदेश सरकार की कार्रवाई को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।