एचआरटीसी ने रूट किए क्लब, प्राइवेट बसें भी खड़ी

Edited By Kuldeep, Updated: 01 Jan, 2024 10:38 PM

shimla hrtc private buses standing

राजधानी शिमला सहित प्रदेशभर में सोमवार को इस हड़ताल का असर देखने को मिला। राजधानी शिमला में सोमवार को ट्रक ऑप्रेटरों ने हड़ताल का पूर्ण समर्थन करते हुए अपने ट्रकों को खड़ा कर दिया। जब तक हड़ताल जारी रहती है वे अपने ट्रकों को नहीं चलाएंगे।

शिमला (राजेश): राजधानी शिमला सहित प्रदेशभर में सोमवार को इस हड़ताल का असर देखने को मिला। राजधानी शिमला में सोमवार को ट्रक ऑप्रेटरों ने हड़ताल का पूर्ण समर्थन करते हुए अपने ट्रकों को खड़ा कर दिया। जब तक हड़ताल जारी रहती है वे अपने ट्रकों को नहीं चलाएंगे। डीजल की कमी के चलते जहां एच.आर.टी.सी. प्रबंधन ने बसों के रूटों को क्लब कर दिया है तो वहीं प्राइवेट बसें भी खड़ी होने की कगाार पर हैं। सोमवार को एच.आर.टी.सी. के डीजल पंपों में तेल कम हो गया। निगम प्रबंधन का कहना है कि यदि बाहरी राज्यों से सप्लाई शुरू नहीं होती तो मंगलवार को परेशानी बढ़ सकती है। मंगलवार से निगम वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कई रूटों को क्लब करेगा। राजधानी शिमला सहित ग्रामीण क्षेत्रों के पैट्रोल पंपों पर डीजल व पैट्रोल की कमी हो गई जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विकासनगर, शिमला ग्रामीण के गलोग, हीरानगर सहित कुछेक अन्य पैट्रोल पंपों पर सोमवार सुबह से ही डीजल व पैट्रोल नहीं मिला।

रुकेगी शहर की सप्लाई, नहीं आईं गाड़ियां
शिमला-कालका गुड्स ट्रांसपोर्ट के सदस्य हरजीत मंगा ने कहा कि दिल्ली, चंडीगढ़ सहित अन्य राज्यों से ट्रक सप्लाई लेकर शिमला आते हैं। सोमवार को वही ट्रक शिमला पहुंचे जो रविवार को वहां से चले थे। सोमवार को कोई भी ट्रक नहीं चला है। शिमला के कारोबारियों का माल बाहरी राज्यों से इसी यूनियन में आता है। मंगलवार से शहर में कारोबारियों को भी दिक्कतें पेश आ सकती हैं।

यह है विरोध का कारण
राजेश पराशर अध्यक्ष निजी बस ऑप्रेटर यूनियन का कहना है कि भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान है जिसका विरोध पूरे देश में हो रहा है। यूनियन इस हड़ताल का पूर्ण समर्थन करती है। आने वाले दिनों में वे भी अपनी बसों को खड़ा करने का निर्णय ले सकती है। इसको लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है। जब डीजल नहीं होगा तो बसें अपने आप ही खड़ी हो जाएंगी। अमित नंदा सचिव पैट्रोल ट्रेडर्ज एसोसिएशन हिमाचल ने कहा कि पूरे प्रदेश में करीब 80 प्रतिशत पैट्रोल पंप खाली हो गए हैं। कंपनी व ऑप्रेटरों से बातचीत की जा रही है। अभी तक समस्या का समाधान नहीं निकला है। केंद्र सरकार ने जो कानून बनाया है वह एकतरफा है। इसलिए इसका विरोध हो रहा है।

 

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