Edited By Kuldeep, Updated: 22 Jan, 2025 09:59 PM
हिमाचल में लोगों को दिन-रात परिवहन सेवाएं प्रदान कर रहे हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को अब रूट परिमट लेने के लिए परेशान नहीं होना होगा।
शिमला (राजेश): हिमाचल में लोगों को दिन-रात परिवहन सेवाएं प्रदान कर रहे हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को अब रूट परिमट लेने के लिए परेशान नहीं होना होगा। वहीं निगम को अस्थायी रूप से रूट परमिट नहीं लेने होंगे। निगम को स्थायी यानी परमानैंट रूट मिलेेंगे। निगम को अस्थायी रूप यानी टैंपरेरी रूट के लिए हर 4 माह में आवेदन नहीं करना होगा। इसके लिए सरकार ने स्टेट ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग रूट परमिट ड्राफ्ट स्कीम-2025 अधिसूचित कर दी है। इससे पहले निगम को प्रदेश में बस सेवाएं चलाने के लिए अस्थायी तौर पर रूट परमिट लेने पड़ते थे। वहीं ये अस्थायी रूट परमिट को 4 माह में रिन्यू यानी रूट परमिट का नवीनीकरण करवाना पड़ता था, जिससे प्रदेश भर में अस्थायी रूप से रूटों पर चल रहीं बसों को चलाने में परेशानी होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
निगम में एक बार रूट परमिट विज्ञापित और फाइनल होने के बाद निगम को रूट परमिट 5 साल के लिए जारी होंगे। इस संबंध में परिवहन विभाग ने अधिसचूना जारी कर दी है। इस अधिसूचना के तहत विभाग ने नई स्कीम को लागू करने से पहले आपत्तियां व सुझाव मांगे हैं। आपत्तियां व सुझाव आने के बाद यह स्कीम लागू हो जाएगी। अधिसूचना के तहत एचआरटीसी के पास मौजूदा समय में निगम के 31 बस डिपुओं में 779 इंटरस्टेट और 2,484 स्टेट रूट हैं। निगम केे पास मौजूदा समय में कुल 3,263 रूटों पर बसें सेवाएं चलाने के परमिट हैं।