Edited By Kuldeep, Updated: 09 Dec, 2025 08:40 PM

एचआरटीसी स्टेट कंडक्टर यूनियन ने वेतन विसंगति पर हाईकोर्ट में बड़ी जीत हासिल की है। इस जीत के बाद कंडक्टर यूनियन के निगम प्रबंधन ने वेतन विसंगति पर लिए गए आदेशों को जारी करने की मांग की है।
शिमला (राजेश): एचआरटीसी स्टेट कंडक्टर यूनियन ने वेतन विसंगति पर हाईकोर्ट में बड़ी जीत हासिल की है। इस जीत के बाद कंडक्टर यूनियन के निगम प्रबंधन ने वेतन विसंगति पर लिए गए आदेशों को जारी करने की मांग की है। इसी विषय सहित अन्य मामलों को लेकर स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण बैठक शिमला में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता यूनियन के पूर्व प्रधान कृष्ण चंद ने की। बैठक में प्रदेशभर से यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारी व प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यूनियन पदाधिकारियों ने बैठक के दौरान बताया कि परिचालकों के वेतन विसंगति से जुड़े मामले में यूनियन हाईकोर्ट (उच्च न्यायालय) से केस जीत चुकी है।
अब यूनियन ने निर्णय लिया है कि इस आदेश को शीघ्र लागू करवाने के लिए प्रबंध निदेशक से तत्काल मुलाकात की जाएगी और इसे लागू करने की मांग करेगी ताकि प्रदेश के हजारों निगम परिचालकों को उनके वित्तीय लाभ मिल सकें जिनका वह पिछले कई सालों से इंतजार कर रहे हैं। बैठक में यूनियन के मुख्य सलाहकार यशवंत ठाकुर, प्रधान प्रीत महिंद्र, अध्यक्ष जीवन सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पंकज चौहान, महासचिव दिपेंदर कुमार, संगठन मंत्री प्रमोद ठाकुर, वरिष्ठ उप प्रधान नवीन ठाकुर, उप प्रधान सुनील दिवांटा, कोषाध्यक्ष देवेंद्र सहित अन्य सभी क्षेत्रों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
वेतन विसंगति उत्पन्न करने वालों पर कार्रवाई की तैयारी
यूनियन ने बैठक में यह भी निर्णय लिया कि जिन अधिकारियों व कर्मचारियों ने परिचालकों के वेतन में विसंगति उत्पन्न की थी, उन सभी के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। साथ ही यूनियन ने प्रबंध निदेशक से अपील की है कि एरियर की वसूली उन अधिकारियों से की जाए जिन्होंने विसंगति पैदा की और उन पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।
वेतन समय पर देने की मांग
बैठक में समय पर वेतन न दिए जाने को लेकर भी यूनियन ने यह भी स्पष्ट किया कि निगम में वेतन हर माह समय पर नहीं मिल रहा, जिससे कर्मचारियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके समाधान के लिए यूनियन निगम प्रबंध निदेशक को मांग पत्र सौंपेगी। वहीं इस मौके पर यूनियन महासचिव दिपेंदर कुमार ने कहा कि यूनियन परिचालकों के हितों की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी और जल्द ही इस संबंध में औपचारिक रूप से प्रबंधन के साथ बैठक की जाएगी।