Shimla: HPU में इस सत्र में पीएचडी मेें रैगुलर/फुल टाइम मोड के आधार पर मिलेगा प्रवेश

Edited By Kuldeep, Updated: 10 Dec, 2025 10:19 PM

shimla hpu regular admission

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में पीएचडी में एडमिशन के लिए प्रवेश प्रक्रिया 11 दिसम्बर से शुरू होगी। पीएच.डी. की सीटों का ब्यौरा व ऑनलाइन आवेदन का शैड्यूल भी वीरवार को ही जारी किया जाएगा।

शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में पीएचडी में एडमिशन के लिए प्रवेश प्रक्रिया 11 दिसम्बर से शुरू होगी। पीएच.डी. की सीटों का ब्यौरा व ऑनलाइन आवेदन का शैड्यूल भी वीरवार को ही जारी किया जाएगा। प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने से पहले अकादमिक काऊंसिल से मंजूरी मिलने के बाद एच.पी.यू. प्रशासन ने पीएच.डी. में दाखिले के लिए नए नियम अधिसूचित कर दिए हैं। यह नए नियम वर्ष 2025 से ही लागू होंगे। इस बार पीएचडी में रैगुलर/फुल टाइम मोड के आधार पर प्रवेश मिलेगा। इसमें प्रवेश के लिए पात्रता शर्तें तय कर ली गई हैं।

इसके अनुसार जिन उम्मीदवारों ने 4 वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स के बाद 2 सैमेस्टर का मास्टर डिग्री कोर्स करने या फिर 3 वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स के बाद 4 सैमेस्टरों का मास्टर डिग्री कोर्स किया है, उसमें कुल मिलाकर कम से कम 55 प्रतिशत अंक होने पर वे पीएचडी के लिए पात्र होंगे। यूजीसी द्वारा समय-समय पर लिए गए निर्णय के अनुसार अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर)/दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों को 5 प्रतिशत अंकों की छूट या इसके समकक्ष ग्रेड की अनुमति दी जा सकती है।

4-वर्षीय (8-सैमेस्टर) स्नातक डिग्री कोर्स के बाद प्रवेश चाहने वाले उम्मीदवार के पास कुल मिलाकर न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक होने चाहिए या जहां भी ग्रेडिंग प्रणाली अपनाई जाती है, वहां प्वाइंट स्केल पर उसके समकक्ष ग्रेड होना चाहिए। एमफिल की डिग्री प्राप्त उम्मीदवारों व विदेशी विद्यार्थियों के लिए एडमिशन के लिए भी नियम तय किए गए हैं।

अगले वर्ष से एचपीयू में पार्ट टाइम पीएचडी भी होगी शुरू
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) से पार्ट टाइम पीएचडी करने का मौका अगले वर्ष से मिलेगा। इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द नियम व शर्तें तय करेगा। इसके बाद इसे अधिसूचित कर लागू किया जाएगा। सूचना है कि अगले वर्ष मार्च माह तक यह नियम व शर्तें तय कर ली जाएंगी। विश्वविद्यालय ने यूजीसी के नियमों के तहत अगले वर्ष पार्ट टाइम पीएचडी शुरू करने का निर्णय लिया है।

नैट के स्कोर में से 70 अंक और साक्षात्कार के 30 अंकों में से प्राप्तांक की मैरिट आधार पर पीएचडी में मिलेगा प्रवेश
विश्वविद्यालय की अकादमिक काऊंसिल की ओर से मंजूरी मिलने के बाद नए नियम जारी किए गए हैं। एचपीयू में विश्वविद्यालय स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। नैट के स्कोर में से 70 अंक और साक्षात्कार के 30 अंकों में से प्राप्तांक की मैरिट आधार पर पीएचडी में प्रवेश मिलेगा। सभी संकायों में पीएचडी कोर्स में प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम योग्यता एचपीयू अध्यादेश के अनुसार होगी, जब तक कि अन्यथा परिभाषित न हो। इंजीनियरिंग में उम्मीदवारों का प्रवेश एआईसीटीई के अनुसार गेट की मैरिट/नैट स्कोर (70 प्रतिशत वेटेज) और साक्षात्कार की 30 प्रतिशत वेटेज के आधार पर किया जाएगा। विभाग पीएचडी की सीटों की संख्या के आधार पर साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने वाले पात्र छात्रों की संख्या तय करेगा। पीएचडी में प्रवेश को लेकर तय किए गए नियमों के तहत पीएचडी में सीधे प्रवेश के लिए जेआरएफ पास छात्र ही पात्र होते थे। अब नैट पास छात्र भी इसमें हिस्सा ले सकेंगे।

पीएचडी कोर्स में प्रवेश के लिए पंजीकृत उम्मीदवारों को 8 हजार देनी होगी फीस
पीएचडी कोर्स में प्रवेश के लिए पंजीकरण फीस भी तय कर ली गई है। पंजीकरण फीस एक बार ही देनी होगी। विश्वविद्यालय से पहले से पंजीकृत उम्मीदवारों को 8 हजार रुपए फीस देनी होगी, जबकि जो उम्मीदवार स्नातकोत्तर कोर्स के 2 वर्षीय कोर्स या 4 वर्षीय स्नातक कोर्स उत्तीर्ण कर चुका है और विश्वविद्यालय से पंजीकृत नहीं है, उन्हें 10 हजार रुपए पंजीकरण फीस देनी होगी। इसके अलावा पीएच.डी. शोधकर्त्ताओं को मासिक रिसर्च फीस के तौर पर 1 हजार रुपए प्रति माह और वार्षिक डिवैल्पमैंट फीस के तौर पर 700 रुपए पंजीकरण के तुरंत बाद देनी होगी। फीस जमा करवाने के बाद इसे रिफंड करने के लिए यूजीसी की रिफंड पॉलिसी लागू होगी।

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