हिमाचल में जलप्रलय : किन्नौर व ऊना में आई बाढ़, 12 लोगों की मौत, एक बच्चा लापता, 8 किए रैस्क्यू

Edited By Kuldeep, Updated: 11 Aug, 2024 09:25 PM

shimla himachal flood

हिमाचल में एक बार फिर जलप्रलय ने जान व माल की खूब क्षति पहुंचाई है। किन्नौर जिले के पूह से कौरिक एन.एच.-05 पर अचानक बाढ़ आ गई, जबकि ऊना में शनिवार रात्रि और रविवार को हुई मूसलाधार बारिश ने यहां जमकर तबाही मचाई है।

शिमला (संतोष): हिमाचल में एक बार फिर जलप्रलय ने जान व माल की खूब क्षति पहुंचाई है। किन्नौर जिले के पूह से कौरिक एन.एच.-05 पर अचानक बाढ़ आ गई, जबकि ऊना में शनिवार रात्रि और रविवार को हुई मूसलाधार बारिश ने यहां जमकर तबाही मचाई है। तहसील हरोली के तहत प्रीतिका फैक्टरी बठरी में अचानक बाढ़ आई। यहां पर 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें एक इनोवा वाहन के जैजों खड्ड में तेज बहाव में बह जाने से 11 लोगों की मौत हुई है, जबकि एक को बचा लिया गया है। इसी जिले के तहत हरोली उपमंडल के तहत औद्योगिक क्षेत्र बाथू में भारी बारिश के कारण प्रवासी मजदूरों के 2 बच्चे बह गए, जिसमें 6 वर्षीय बच्ची का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि 3 वर्षीय बालक लापता है।

सिरमौर जिले के कोलर पंचायत में उफनती नदी में फंसे 7 लोगों को जे.सी.बी. के माध्यम से सुरक्षित रैस्क्यू किया गया है। जिला मुख्यालय नाहन से कुछ दूरी पर मारकंडा नदी के उफान पर आने से यहां हनुमान मंदिर जलमग्न हो गया। सलानी पुल को भी खतरा पैदा हो गया है। चंबा जिले के तहत चुराह उपमंडल की ग्राम पंचायत भराड़ा में भाग सिंह निवासी गांव कोल्ला का लकड़ी-मिट्टी का मकान गिर गया है। सिहुंता-लाहड़ू मार्ग पर पीनियाले वाली माता मंदिर के समीप भूस्खलन से गिरने वाले पत्थरों के कारण गाड़ी को नुक्सान पहुंचा है। जिला ऊना में रविवार सुबह रक्कड़ बसोली पीर निगाह रोड पर बारिश का सारा पानी रक्कड़ कालोनी में घुस गया, कालोनी का एरिया पानी से पूरी तरह लबालब भर गया।

चौपाल की पौड़ियां पंचायत के धनग नाले में मलबा आने से बहे सेब के बगीचे
जिला शिमला के चौपाल उपमंडल की पौड़ियां पंचायत के तहत तारापुर गांव के धनग नाले में भारी बारिश में मलबा आने से कई लोगों के बगीचे जमींदोज हो गए हैं। यहां मलबे में भारी मात्रा में पत्थर व मिट्टी आने से सेब के बगीचे और अन्य नकदी फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है। बताया जाता है कि यहां भारी मात्रा में भूस्खलन होने से चेतराम पुत्र की सेब तुड़ान के बाद रखी गई करीब 200 पेटियां नाले में बह गई। भारी बहाव के कारण तारापुर निवासी प्रकाश, प्रताप गजटा, मोहन गजटा, अमर सिंह गजटा, भूपिंद्र गजटा, जोगिंद्र टोरटा, बलवीर सिंह टोरटा के सेब के बगीचे पूरी तरह नष्ट हो गए हैं।

स्पीति का कटा संपर्क, मंडी-कुल्लू हाईवे औट-पंडोह के पास हो रहा बाधित
किन्नौर जिल के पूह खंड के अंतर्गत काह कैंची में भारी बारिश और बाढ़ आने से एन.एच. बंद हो गया है। स्पीति का संपर्क देर प्रदेश से कटा हुआ है। हाईवे बंद होने से लोग पैदल चलने के लिए मजबूर हो चुके हैं। एन.एच. मंडी-कुल्लू विभिन्न स्थानों पर बारंबार बाधित हो रहा है। 9 मील के पास रात को बाधित हुए इस मार्ग को सुबह वन वे खोला गया है लेकिन फिर से भारी मलबा आने से यह बार-बार बाधित हो रहा है। उधर, धर्मपुर मंडी एन.एच. कुम्हारड़ा के पास बंद है। मंडी-कुल्लू हाईवे औट-पंडोह के पास भी बाधित हो रहा है। इस मार्ग का विकल्प मंडी-कटौला मार्ग भी वनवे है और इस पर पल-पल खतरा बना हुआ है। इस पर लोगों को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है।

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