Edited By Kuldeep, Updated: 19 Nov, 2024 09:17 PM
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि हिमाचल भौगोलिक दृष्टि से देश के अन्य राज्यों से अलग है। सतत् विकास के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में इन परिस्थितियों को ध्यान में रखना आवश्यक है।
शिमला (ब्यूरो): मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि हिमाचल भौगोलिक दृष्टि से देश के अन्य राज्यों से अलग है। सतत् विकास के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में इन परिस्थितियों को ध्यान में रखना आवश्यक है। वर्तमान में जलवायु परिर्वतन एक बड़ी समस्या है, इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार सतत् विकास के लक्ष्यों को (एसडीजी) हासिल करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह बात उन्होंने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में शिमला में भारत-जर्मनी सांझेदारी के अन्तर्गत हरित एवं सतत् विकास सांझेदारी (जीएसडीपी) परियोजना के शुभारंभ अवसर पर कही। नीति आयोग की यह परियोजना सतत् विकास लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर हासिल करना सुनिश्चित करेगी।
यह परियोजना भारत और जर्मनी के मध्य हरित और सतत् विकास सांझेदारी के प्रयासों को प्रदर्शित करती है। हिमाचल प्रदेश सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने में देश का प्रमुख राज्य है। इसके दृष्टिगत हिमाचल को इस परियोजना की सांझेदारी के लिए चुना गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश ने हरित एवं सतत् विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। हरित और सतत् विकास सांझेदारी के लिए विभिन्न हितधारकों के लिए नॉलेज एक्सचेंज वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों जैसे सौर एवं जल, ई-मोबिलिटी जैसे विषयों पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वैबिनार आयोजित करवाए जाएंगे। राज्य और जिलास्तर पर विभिन्न हितधारकों को जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
स्थानीय स्तर पर एसडीजी को प्रभावी तरीके से कार्यान्वित करने के लिए संसाधनों को चिन्हित करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे। प्रदेश सरकार के सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने के विजन डॉक्यूमैंट ‘दृष्टि’ के सफल क्रियान्वयन के लिए एकीकृत योजना के अंतर्गत कार्य किया जाएगा। प्रधान सचिव योजना देवेश कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों के फ्रेमवर्क के अनुसार राज्य में विकास योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं।
ठोस प्रयास की आवश्यकता : राजीव
इस अवसर पर नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार डा. राजीव कुमार सेन ने कहा कि वैश्विक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एसडीजी को जमीनी स्तर तक सफलतापूर्वक लागू करना अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए सभी हितधारकों को कार्य करने की आवश्यकता है। प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि एसपीजी इंडिया इंडैक्स में हिमाचल प्रदेश ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।