Edited By Kuldeep, Updated: 23 Apr, 2025 10:10 PM

वित्त वर्ष 2025-26 में भी जनरल प्रोविडैंट फंड (जीपीएफ) ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस तरह से कोरोना काल से लेकर अब तक कर्मचारियों को जीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दरों में कोई बढ़ौतरी नहीं हो पाई है।
शिमला (कुलदीप): वित्त वर्ष 2025-26 में भी जनरल प्रोविडैंट फंड (जीपीएफ) ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस तरह से कोरोना काल से लेकर अब तक कर्मचारियों को जीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दरों में कोई बढ़ौतरी नहीं हो पाई है। यानी अब वित्त वर्ष 2025-26 में 1 अप्रैल से 30 जून, 2025 तक जीपीएफ पर 7.1 फीसदी ब्याज मिलेगा। ब्याज दरों में बढ़ौतरी नहीं होने से कर्मचारियों को निराशा हाथ लगी है। इससे पहले 1 अक्तूबर से दिसम्बर 2019 और 1 जनवरी से 31 मार्च, 2020 के मध्य ब्याज दर 7.9 फीसदी थी। उसके बाद कोरोना काल में ब्याज दर में 0.8 फीसदी की कटौती हुई।
जीपीएफ राशि के 600 करोड़ जमा
हिमाचल प्रदेश सरकार के पास इस समय कर्मचारियों के जीपीएफ की राशि के रूप में करीब 600 करोड़ रुपए जमा हैं। इसमें से कुछ राशि को कर्मचारी सेवानिवृत्ति से पहले भी निर्धारित प्रपत्र पर निकालने के लिए आवेदन कर सकते हैं तथा सेवानिवृत्ति के बाद इसे ब्याज सहित कर्मचारियों को अदा किया जाता है।