Edited By Kuldeep, Updated: 12 Apr, 2025 08:42 PM

राजधानी में नकली सीआईडी ऑफिसर बनकर एक आरोपी द्वारा आईजीएमसी में उपचाराधीन मरीज के तीमारदार को गाड़ी में लिफ्ट देकर उससे जबरन 29,000 रुपए छीनने और उसके बाद बुजुर्ग को गाड़ी से बाहर फैंकने की वारदात सामने आई है।
शिमला (संतोष): राजधानी में नकली सीआईडी ऑफिसर बनकर एक आरोपी द्वारा आईजीएमसी में उपचाराधीन मरीज के तीमारदार को गाड़ी में लिफ्ट देकर उससे जबरन 29,000 रुपए छीनने और उसके बाद बुजुर्ग को गाड़ी से बाहर फैंकने की वारदात सामने आई है। सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा है और उसे अदालत में पेश करके उसका रिमांड हासिल किया जा रहा है। आरोपी जिला शिमला के कोटखाई का रहने वाला बताया जा रहा है, जो यहां पहले भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। हालांकि इसका खुलासा अदालत द्वारा पुलिस रिमांड मिलने के बाद उससे पूछताछ में होगा, लेकिन नकली ऑफिसर बनकर इस प्रकार से पहले से ही दुखी एक बुजुर्ग व्यक्ति से इस प्रकार की धोखाधड़ी करने से वह काफी सहमे हुए हैं।
पुलिस के अनुसार हरी लाल (63) पुत्र स्व. धेनुक राम निवासी गांव डाकघर व तहसील रोहड़ू अपनी बीमार पत्नी को उपचार के लिए आईजीएमसी लाए थे। 10 अप्रैल को उन्होंने अपनी पत्नी को यहां आईजीएमसी में भर्ती करवाया और स्वयं लक्कड़ बाजार शिमला की ओर एक कंबल खरीदने के लिए गए थे। इसी दौरान यहां पर आरोपी ने उसे अपनी गाड़ी में लिफ्ट दी और कहा कि वह सीआईडी विभाग से है। वह उस पर विश्वास कर बैठा और गाड़ी में बैठ गया, लेकिन आरोपी ने उससे जबरन 29,000 रुपए छीन लिए। आरोपी ने बुजुर्ग को कार से बाहर फैंक दिया और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने हरी लाल की शिकायत पर तुरंत ही बीएनएस की धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस ने खुद को सीआईडी अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करने वाले इस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि यह आरोपी खास तौर पर आईजीएमसी में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को अपना निशाना बना रहा था। आरोपी की पहचान कोटखाई निवासी मिथुन के रूप में हुई है, जिसने इस बुजुर्ग से 29,000 रुपए जबरन हथिया लिए। पुलिस आईजीएमसी में पहले हुई ऐसी घटनाओं के बारे में भी आरोपी से पूछताछ करेगी और संभावना जताई जा रही है कि आईजीएमसी के तीमारदारों के साथ पूर्व में हुईं घटनाएं भी बेपर्दा होंगी, क्योंकि आईजीएमसी में ऐसी कई वारदातें हो चुकी हैं। हाल ही में चौपाल के एक तीमारदार का एप्पल का फोन चोरी हुआ है, जबकि लोगों की नकदी व सामान भी आईजीएमसी से चोरी हुआ पाया गया है।
बेहद शातिराना तरीका अपनाता था आरोपी
पुलिस के अनुसार आरोपी मिथुन के खिलाफ पहले भी चोरी और ठगी के कुछ मामले सामने आ चुके हैं, जिनकी अब दोबारा से जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी के बाद कई और मामलों के खुलासे हो सकते हैं। बताया जाता है कि आरोपी की ठगी का तरीका बेहद शातिराना था। वह पहले जरूरतमंद व्यक्ति से हमदर्दी जताकर बातचीत करता और फिर खुद को खुफिया एजैंसी से जुड़ा अधिकारी बताकर डराता। कई बार वह लोगों को धमकाकर पैसे भी वसूल चुका है।
अदालत में किया जा रहा पेश, रिमांड के दौरान होगी पूछताछ: गांधी
एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि मामले के संज्ञान में आते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को धर दबोचा है। उसे अदालत में पेश किया जा रहा है, जहां से उसका पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा और इस दौरान उससे गहन पूछताछ की जाएगी और पूर्व में हुईं चोरियों व लूटपाट की घटनाओं को भी बेपर्दा किया जाएगा। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल लिया है और अन्य घटनाओं की उससे गहन पड़ताल की जाएगी।