Edited By Kuldeep, Updated: 07 Apr, 2025 04:52 PM

बिजली बोर्ड में जल्द ही बड़े पैमाने पर फील्ड स्टाफ की भर्ती होगी जिससे प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।
शिमला (राजेश): बिजली बोर्ड में जल्द ही बड़े पैमाने पर फील्ड स्टाफ की भर्ती होगी जिससे प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे। यह फैसला सोमवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत बोर्ड के कार्यों के सुचारू संचालन के लिए एचपीएसईबीएल में बड़े पैमाने पर फील्ड स्टाफ की भर्ती की जाएगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि वर्तमान में एचपीएसईबीएल के कई अधिकारी ऊर्जा निदेशालय, एचपीपीसीएल और पावर कार्पोरेशन में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं।
उन्होंने निर्देश दिए कि इन अधिकारियों को 30 अप्रैल तक संबंधित स्थानों में स्थायी रूप से समायोजित होने का विकल्प दिया जाए। इसके पश्चात जो पद रिक्त रहेंगे उन्हें सरकार प्राथमिकता के आधार पर भरेगी ताकि बोर्ड का कार्य बेहतर ढंग से चल सके। बैठक में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, निदेशक ऊर्जा राकेश कुमार प्रजापति, एचपीएसईबीएल के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
100 मैगावाट क्षमता की उहल चरण-3 जल विद्युत परियोजना का शीघ्र लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कहा कि 100 मैगावाट क्षमता की उहल चरण-3 जल विद्युत परियोजना का शीघ्र लोकार्पण कर दिया जाएगा। इस परियोजना को 17 मई 2020 को पेनस्टॉक फटने से नुक्सान पहुंचा था। इसके बावजूद वर्तमान राज्य सरकार ने इस परियोजना के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया और परियोजना के लिए 185 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से अब तक 2.97 करोड़ यूनिट का विद्युत उत्पादन हो चुका है। वर्ष 2003 में आरंभ हुई यह परियोजना 22 वर्ष के बाद कार्यशील हो पाई है। यह परियोजना पूरी तरह संचालित होने के उपरांत प्रतिवर्ष लगभग 392 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी जिससे राज्य को लगभग 200 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित होगा।