Edited By Kuldeep, Updated: 25 May, 2025 10:07 PM

देश में कोविड-19 के जेएन-1 वैरिएंट के बढ़ते मामलों को लेकर हिमाचल भी सतर्क हो गया है। एनएचएम के जारी निर्देशों के बाद से अब इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है।
शिमला (संतोष): देश में कोविड-19 के जेएन-1 वैरिएंट के बढ़ते मामलों को लेकर हिमाचल भी सतर्क हो गया है। एनएचएम के जारी निर्देशों के बाद से अब इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक व केरल में कड़ी निगरानी व रैंडम टैस्टिंग शुरू हो गई है, जबकि तमिलनाडु ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य कर दिए हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, यूपी व दिल्ली आदि कई राज्यों में भी संक्रमण बढ़ रहा है। बता दें कि शुक्रवार तक देश में कोरोना के 23 मामले सामने आए थे। खासतौर पर केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक व दिल्ली में कोरोना के मरीज पाए गए हैं।
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी कोरोना के दो मामले सामने आए हैं, जिन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती करवाया गया है। इनसाकोग डाटा के अनुसार नए वैरिएंट एनबी 1.8 का एक और एलएफ 7 के चार केस भारत में पाए गए हैं। डब्ल्यूएचओ ने इन दोनों वैरिएंट की पहचान बताई थी। हालांकि यह नहीं कहा है कि यह वैरिएंट बहुत खतरनाक है, लेकिन इन वैरिएंट की वजह से चीन और एशिया के अन्य हिस्सों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं।
ऐसे में कोरोना और इन्फ्लूएंजा को लेकर हिमाचल प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है और अस्पतालों में आक्सीजन, आवश्यक दवाएं सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। हिमाचल नैशनल हैल्थ मिशन की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक ओपीडी और आईपीडी में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों की रिपोर्टिंग आईएचआईपी- आईडीएसपी पोर्टल के माध्यम से सुनिश्चित करने को कहा गया है।
राजधानी शिमला के अस्पतालों में आने वाले मरीजों व तीमारदारों को मास्क पहनने और कोरोना से बचाव के उपाय बरतने की हिदायतें दी जा रही हैं। आईजीएमसी से लेकर सुपर स्पैशलिटी अस्पताल चामियाणा, केएनएच व डीडीयू अस्पताल में मरीजों व तीमारदारों को मास्क पहनना सुनिश्चित किया जा रहा है, ताकि संक्रमण न फैले। इसके साथ ही एनएचएम ने आम लोगों से कोरोना के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को अपनाने का आह्वान किया है।