Edited By Kuldeep, Updated: 22 Nov, 2024 09:26 PM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया है कि विपक्ष जानबूझकर उनके ऊपर व्यक्तिगत हमले करने का प्रयास कर रहा है, ताकि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जनता के ध्यान को भ्रमित किया जा सके।
शिमला (कुलदीप): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया है कि विपक्ष जानबूझकर उनके ऊपर व्यक्तिगत हमले करने का प्रयास कर रहा है, ताकि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जनता के ध्यान को भ्रमित किया जा सके। इसी कारण विपक्ष कभी टाॅयलेट टैक्स तो कभी समोसे पर राजनीति करने लगता है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आए सीपीएस के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले की कानूनी व्याख्या पर स्पष्टता प्रदान की है, जो हाईकोर्ट के निर्णय के पैराग्राफ 50 से भिन्न है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी कानूनी पहलुओं पर विचार करने के बाद अगली रणनीति पर काम करेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि हर मामले को विवाद के रूप में उछालना विपक्ष का स्वभाव बन चुका है, जिससे उनकी बौखलाहट प्रदर्शित हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने भाजपा के ऑप्रेशन लोटस को नकार दिया है और विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या फिर से 40 हो गई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को जिम्मेदारी से कार्य करना चाहिए और आमजन के हित के मुद्दे उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सुविधा से वंचित लोगों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है।
हिमाचल के साथ दूसरे राज्यों का सीपीएस मामला होगा क्लब
मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान ने कहा कि हाईकोर्ट में हिमाचल प्रदेश के मामले को दूसरे राज्यों के लम्बित मामलों के साथ जोड़ कर देखा गया है। अब यह सारे मामले क्लब हो जाएंगे, जिस पर आगामी सुनवाई 20 जनवरी को होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की चुनी हुई सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है और उसको किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।
मुख्यमंत्री के इस्तीफे की झूठी खबर पर मामला दर्ज
मुख्यमंत्री के इस्तीफे की झूठी खबर पर साइबर अपराध पुलिस थाना शिमला में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि सोशल मीडिया में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की झूठी खबर प्रसारित कर सरकार की छवि को नुक्सान पहुंचाने का प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध पुलिस स्टेशन शिमला में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।