Edited By Kuldeep, Updated: 15 Jul, 2025 09:11 PM

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 3 वर्ष से लगातार आ रही प्राकृतिक आपदा से अब तक 21,000 करोड़ रुपए का नुक्सान हो चुका है।
शिमला (कुलदीप): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 3 वर्ष से लगातार आ रही प्राकृतिक आपदा से अब तक 21,000 करोड़ रुपए का नुक्सान हो चुका है। ऐसे में केंद्र सरकार को राहत एवं पुनर्वास कार्य के लिए उदार वित्तीय सहायता करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मानसून के शुरूआती चरण में भारी वर्षा और भू-स्खलन से करीब 1 हजार करोड़ रुपए का नुक्सान हो चुका है। इस दौरान 88 लोगों की मौत हुई है तथा 32 अभी भी लापता हैं।
सड़कों, पुलों, भवनों, पेयजल एवं सिंचाई योजनाओं और विद्युत आपूर्ति परियोजनाओं को भारी नुक्सान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों के लिए निर्धारित दिशा-निर्देश काफी कम हैं। उन्होंने वर्तमान सीमा को संशोधित कर इसे 10 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी करने का आग्रह किया, ताकि राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि बार-बार प्राकृतिक आपदाएं आने के कारण प्रदेश के लिए अपने सीमित संसाधनों से पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण तथा बुनियादी ढांचे को बहाल करना बेहद कठिन हो गया है।
उन्होंने बादल फटने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए इस बारे में अध्ययन करवाए जाने की मांग भी की। उन्होंने अमित शाह को बताया कि प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार राज्य आपदा राहत कोष और राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के माध्यम से हर सम्भव प्रयास कर रही है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश को हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से भी मुलाकात करने की संभावना है। इस दौरान वह केंद्रीय मंत्री से प्रदेश हित की पैरवी करने की मांग करेंगे।