Edited By Kuldeep, Updated: 27 Feb, 2023 09:16 PM

त्रिवेणी धर्म स्थली रिवालसर में सोमवार को टाशीजोंग महाविहार के महामहिम परम पावन 9वें ग्यलवा दोखम्पा खमटुल रिंपोछे के प्रवचनों की खूब ज्ञान गंगा बही।
रिवालसर: त्रिवेणी धर्म स्थली रिवालसर में सोमवार को टाशीजोंग महाविहार के महामहिम परम पावन 9वें ग्यलवा दोखम्पा खमटुल रिंपोछे के प्रवचनों की खूब ज्ञान गंगा बही। छेश्चू पर्व के मौके पर रिवालसर पवित्र झील (छो-पेमा) किनारे डुगपा करयुद परंपरा के महान गुरु रिंपोछे ने गुरु पद्मसंभव एवं उनके उपदेशों पर आधारित दिए छेवांग (प्रवचनों) का आनंद लेते हुए पंडाल में बैठे हजारों बौद्ध श्रद्धालु निहाल हुए। इस दौरान रिंपोछे ने प्राणी मात्र कल्याण के लिए अभिषेक किया तथा बौद्ध तंत्र क्रिया योग के आधार पर बौद्ध श्रद्धालुओं को आयु अभिषेक प्रदान किया। उन्होंने कहा कि प्राणियों के कल्याण के लिए बोधिचित को उत्पन्न किए बिना अभिषेक की प्राप्ति नहीं होती, बोधिचित्त करुणा से उत्पन्न होती है। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा कि विश्व शांति एवं मानव कल्याण के लिए हम सब मिलकर आचार्य पद्मसंभव से प्रार्थना करते हंै और सबकी दीर्घायु के लिए अभिषेक किया जाता है। इस अवसर पर देश-प्रदेश के हजारों बौद्ध श्रद्धालु मौजूद रहे।