Edited By Kuldeep, Updated: 11 May, 2025 09:21 PM

बीबीएमबी के अधिकारियों द्वारा नंगल डैम से हरियाणा को पानी छोड़ने के किए जा रहे प्रयासों के कारण नंगल डैम पर हालात तनावपूर्ण देखने को मिले क्योंकि धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पानी छोड़ने आए अधिकारियों का विरोध कर उन्हें अंदर ही नहीं जाने दिया।
नंगल (सैनी): बीबीएमबी के अधिकारियों द्वारा नंगल डैम से हरियाणा को पानी छोड़ने के किए जा रहे प्रयासों के कारण नंगल डैम पर हालात तनावपूर्ण देखने को मिले क्योंकि धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पानी छोड़ने आए अधिकारियों का विरोध कर उन्हें अंदर ही नहीं जाने दिया। इन तनावपूर्ण हालातों के मद्देनजर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान कुछ ही दिनों में तीसरी बार नंगल डैम पहुंचे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के माध्यम से राज्य के पानी को छीनकर पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार करने के किसी भी प्रयास को विफल करने का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री आज नंगल में बीबीएमबी द्वारा पानी छोड़ने के खिलाफ हुए प्रदर्शन में पहुंचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और अन्य भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि एक तरफ पंजाब अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर दुश्मन का बहादुरी से सामना कर रहा है और दूसरी तरफ केंद्र की भाजपा सरकार राज्य को उसके पानी से वंचित करने के लिए घटिया खेल खेल रही है। पंजाब पूरी तरह चौकस है क्योंकि पंजाब पुलिस और राज्य के निवासी पाकिस्तान के साथ लगती 532 किलोमीटर की सीमा की रक्षा के लिए सेना की मदद कर रहे हैं। भाजपा ऐसी ओछी हरकतें कर रही है जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि ऐसे गंभीर संकट के मौके पर ऐसी हरकतों से बचना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार अंतर्राष्ट्रीय सीमा और यहां तक कि राज्य के पानी की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए पंजाब सरकार द्वारा कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच ड्रोन डैमों पर दिखाई देते हैं, भाजपा हमें युद्ध के नाजुक मौके पर बहुत ही संवेदनशील क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर कर रही है। असल में भाजपा राज्य सरकार के धैर्य की परीक्षा ले रही है और हमें अपने कीमती पानी को बचाने के लिए सख्त कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर रही है।
किसान यूनियनों की चुप्पी पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर किसान यूनियनों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ बेतुके मसलों पर सड़क और रेलें जाम करके अपनी दुकानें चला रहे हैं लेकिन राज्य से संबंधित इस महत्वपूर्ण और गंभीर मुद्दे पर पूरी तरह चुप हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि असल में किसान नेता इस कारण आज नंगल नहीं पहुंचे क्योंकि यहां एसी वाली ट्रॉलियां नहीं हैं और उन्हें धूप में विरोध प्रदर्शन करना पड़ता जो अब उनके बस की बात नहीं रही। राज्य सरकार को इन किसान यूनियनों की मदद की जरूरत भी नहीं है क्योंकि हमारी सरकार पंजाब और इसके लोगों के हितों की रक्षा खुद करने में सक्षम है।
पंजाब करेगा संघर्ष
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार बीबीएमबी अधिकारियों के माध्यम से राज्य के पानी को लूटने की कोशिश कर रही है जोकि पूरी तरह असहनीय है। यह सरासर घोर अन्याय है और पंजाब इसके विरुद्ध संघर्ष करेगा। ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा और राज्य सरकार पंजाब के पानी को चोरी करने के उद्देश्य से किए जाने वाले ऐसे सभी प्रयासों को नाकाम कर देगी। मुख्यमंत्री ने भाजपा और बीबीएमबी को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके द्वारा की गई ऐसी कोई भी कोशिश राज्य में अमन-कानून की बड़ी समस्या पैदा कर सकती है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस बड़े नुक्सान के लिए दोनों पक्ष जिम्मेदार होंगे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, गुरु रविदास यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डा. संजीव गौतम के समेत आप नेता, वर्कर व सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।