Edited By Jyoti M, Updated: 19 May, 2025 10:58 AM

हिमाचल प्रदेश में गर्मी अब अपना असर दिखाने लगी है, जिससे लोगों को पसीने छूट रहे हैं। रविवार को हल्के बादलों के बावजूद उमस भरी गर्मी का अनुभव हुआ। हालांकि, अधिकतम तापमान में कुछ स्थानों पर मामूली गिरावट और कुछ में हल्की वृद्धि दर्ज की गई। मौसम विभाग...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में गर्मी अब अपना असर दिखाने लगी है, जिससे लोगों को पसीने छूट रहे हैं। रविवार को हल्के बादलों के बावजूद उमस भरी गर्मी का अनुभव हुआ। हालांकि, अधिकतम तापमान में कुछ स्थानों पर मामूली गिरावट और कुछ में हल्की वृद्धि दर्ज की गई। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को सबसे अधिक तापमान में गिरावट हमीरपुर में दर्ज की गई, जहां यह 3.5 डिग्री सेल्सियस तक कम हो गया। इसके अलावा, धौलाकुआं और कसौली सहित अन्य कुछ स्थानों पर भी एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। वहीं, केलांग में तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई, जो पर्वतीय क्षेत्रों में भी गर्मी बढ़ने का संकेत दे रहा है।
रविवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं भी चलीं। रिकांगपिओ में 54 किलोमीटर प्रति घंटे और बिलासपुर व कोटखाई में 37 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आया, जिससे मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है। आज, यानी 19 मई को प्रदेश के पांच जिलों - कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर - में तेज आंधी और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसका अर्थ है कि लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तूफान चलने की आशंका व्यक्त की है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदेश के ऊंचे स्थानों पर हिमपात भी हो सकता है, जबकि अन्य क्षेत्रों में ओलावृष्टि और वर्षा की संभावना बनी हुई है। यह पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हो रहा है, जिसका असर अगले तीन दिनों तक प्रदेश में रहने का अनुमान है। रविवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ऊना में दर्ज किया गया, जो 41 डिग्री सेल्सियस था। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट आ सकती है, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
न्यूनतम तापमान की बात करें तो इसमें एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई है। शिमला में, जो आमतौर पर ठंडी जलवायु के लिए जाना जाता है, न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मैदानी क्षेत्रों के समान है और रात में भी गर्मी का अहसास करा रहा है। अन्य स्थानों पर, ऊना में न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस और सोलन में 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान में वृद्धि से रातें भी अपेक्षाकृत गर्म हो गई हैं।
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे अलर्ट रहें और आंधी-ओलावृष्टि के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें। किसानों और बागवानों को भी अपनी फसलों और बगीचों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की सलाह दी गई है। पश्चिमी विक्षोभ का यह दौर हिमाचल के मौसम में बदलाव ला सकता है, जिससे तापमान में गिरावट और वर्षा होने की संभावना है।