Edited By Simpy Khanna, Updated: 21 Sep, 2019 03:07 PM
कुल्लू जिला पुलिस ने निजी भूमि पर चरस की खेती करने वाले 8 लोगों कें खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। कुल्लू जिला में पुलिस का चरस उखाड़ों अभियान के दौरान इन 8 मामले में पुलिस ने एनडीपीएस के 18 व 20 धाराओं में मामला दर्ज किया है। 8 मामलों में लगभग 10 बीघा...
कुल्लू (दिलीप) : कुल्लू जिला पुलिस ने निजी भूमि पर चरस की खेती करने वाले 8 लोगों कें खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। कुल्लू जिला में पुलिस का चरस उखाड़ों अभियान के दौरान इन 8 मामले में पुलिस ने एनडीपीएस के 18 व 20 धाराओं में मामला दर्ज किया है। 8 मामलों में लगभग 10 बीघा भूमि पर चरस की खेती की है जिसमें बंजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत तीन मामले दर्ज किए हैं।
वहीं सैंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक मामला दर्ज किया है। कुल्लू थाना क्षेत्र के तहत 4 ऐसे मामले दर्ज किए हैं जिसमें निजी भूमि पर चरस की खेती की है। कुल्लू जिला पुलिस ने इन 8 मामले में राजस्व विभाग को दी डिमार्केशन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए पत्रचार किया है। वहीं कुल्लू जिला में लगातार जिस तरह से कई क्षेत्रों में दूरदराज क्षेत्रों में निजी भूमि पर चरस की खेती की है जिससे कुल्लू जिला पुलिस ने अब चरस की खेती करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसा है। ऐसे में इन 8 मामलों में पुलिस कागजी प्रक्रिया पूरी की जा रही है जिससे अब इन आठ मामलों में 8 लोगों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। कुल्लू पुलिस का चरस के खिलाफ अभियान लगातार चल रहा है।
वहीं कुल्लू जिला पुलिस के इन 8 मामलों में मामला दर्ज करने के बाद पूरे जिला में नशा तस्करी से जुड़े व निजी भूमि पर की खेती करने वालों में हड़कंप मच गया है कुल्लू जिला के दूरदराज में क्षेत्रों में अभी भी सैकड़ों वीघा भूमि ऐसी है जहां पर निजी भूमि पर चरस की खेती की गई है पिछले कई सालों से कुल्लू जिला पुलिस व एनसीबी की टीमें चरस उखाड़ों अभियान के तहत कुल्लू जिला में चरस की खेती को नष्ट की जा रही है। लिहाजा दूरदराज के क्षेत्रों में जिस तरह से निजी भूमि पर चरस की खेती को अंजाम दिया जा रहा है उससे पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती है। जिससे हर साल चरस की खेती को नष्ट करने के हर साल सैंकड़ों जवानों को तैनात करना पड़ता है जिससे सरकार हर साल चरस को नष्ट करने के लिए लाखों रूपये खर्च करती है।
एसपी कुल्लू राजकुमार चंदेल ने बताया कि कुल्लू जिला में पुलिस का चरस उखाड़ों अभियान 1 माह से चल रहा है इसमें निजी भूमि पर चरस की खेती करने बाले 8 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इन 8 मामलों में करीब 10 बीघा निजी भूमि पर चरस की खेती की गई थी इसके बाद राजस्व विभाग को डिमार्केशन प्रक्रिया पूरी करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस का लगातार चरस उखाड़ों अभियान के तहत दूरदराज के क्षेत्रों में कई लोगों ने निजी भूमि पर चरस की विजाई की है जिसके खिलाफ पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला के दूरदराज के क्षेत्रों में जिन लोगों ने निजी भूमि पर चरस की खेती की है उन सभी लोगों के खिलाफ एक लिस्ट तैयार की जा रही है और राजस्व् विभाग के द्वारा उस भूमि की डिमार्केशन करवाई जाएगी। और उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में पुलिस चरस के इस गोरखधंधे को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है जिसके लिए चरस उखाड़ों अभियान के तहत लगभग 6000 बीघा भूमि पर चरस की खेती नष्ट की है। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार निजी भूमि पर चरस की खेती करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाएगी।