Edited By Kuldeep, Updated: 13 Dec, 2025 10:34 PM

छत्रधारी चालदा महासू महाराज की ऐतिहासिक पैदल यात्रा उत्तराखंड से चलकर शनिवार शाम हिमाचल प्रदेश की अंतर्राज्यीय सीमा मीनस पहुंची, जहां श्रद्धा और आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला।
पांवटा साहिब (कपिल): छत्रधारी चालदा महासू महाराज की ऐतिहासिक पैदल यात्रा उत्तराखंड से चलकर शनिवार शाम हिमाचल प्रदेश की अंतर्राज्यीय सीमा मीनस पहुंची, जहां श्रद्धा और आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला। महाराज के हिमाचल आगमन पर सीमा क्षेत्र में भक्तों का विशाल जन सैलाब उमड़ पड़ा और पूरा वातावरण “जय चालदा महासू महाराज” के जयकारों से गूंज उठा।
दरअसल महाराज के स्वागत के लिए शिलाई विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांवों से हजारों की तादाद में श्रद्धालु मीनस पहुंचे। अंतर्राज्यीय सीमा पर श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि पैर रखने तक की जगह नहीं बची। उत्तराखंड से हजारों की संख्या में भक्त चालदा महासू महाराज को भावभीनी विदाई देने पहुंचे, जबकि हिमाचल प्रदेश की ओर से भी हजारों श्रद्धालु स्वागत के लिए सीमा पर डटे रहे। दोनों राज्यों के भक्तों की उपस्थिति ने इस धार्मिक आयोजन को ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान किया।
इस पावन अवसर पर देव कला का अद्भुत एवं दिव्य प्रदर्शन देखने को मिला, जिसने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। पारंपरिक वाद्य यंत्रों, धार्मिक अनुष्ठानों और देव परंपराओं ने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय माहौल से भर दिया। अंततः विधिवत पूजा-अर्चना एवं धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ छत्रधारी चालदा महासू महाराज का हिमाचल प्रदेश में भव्य आगमन हुआ। महाराज के आगमन से पूरे क्षेत्र में उत्सव, आस्था और सांस्कृतिक गौरव का वातावरण बन गया। बता दें कि चालदा महासू महाराज ने द्राबिल में रात्रि ठहराव किया, जहां से वह रविवार को पश्मी के लिए रवाना होंगे और यहां तैयार किए गए भव्य मंदिर में एक वर्ष के लिए विराजमान होंगे।
उधर, उद्योग, संसदीय मामले, श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने चालदा महासू महाराज के आगमन पर हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार मीनस पहुंच कर देव यात्रा में भाग लिया। हिमाचल की सीमा मीनस पहुंचने पर उन्होंने लोगों से अपील की कि वे शांति पूर्वक तरीके से महाराज के दर्शन करें। इससे पूर्व हर्षवर्धन ने शिलाई, पश्मी और द्राबिल में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस मौके पर विधायक नाहन अजय सोलंकी, अध्यक्ष मार्कीटिंग कमेटी सीता राम शर्मा, एसडीएम शिलाई जसपाल, अधिशासी अभियंता जल शक्ति प्रदीप चौहान, महासू महाराज पश्मी मंदिर समिति के बारू राम डिमेदार, महासू महाराज भंडारी रघुवीर सिंह व वजीर दिनेश सहित शिलाई क्षेत्र के हजारों श्रद्धालुओं ने देव आगमन समारोह में भाग लिया।