Edited By Vijay, Updated: 27 Nov, 2025 07:36 PM

विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की टिप्पणी पर विपक्षी भाजपा ने वैल में जाकर नारेबाजी की।
तपोवन (धर्मशाला) (कुलदीप) : विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की टिप्पणी पर विपक्षी भाजपा ने वैल में जाकर नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को इस कारण सदन की कार्यवाही भोजन अवकाश से करीब 17 मिनट पहले ही स्थगित करनी पड़ी। दरअसल जब राजस्व मंत्री सदन में नियम-67 के तहत चर्चा में भाग ले रहे थे, तो उन्होंने नेता प्रतिपक्ष सहित भाजपा पर तीखी टिप्पणियां कीं। विपक्ष को उनका यह रवैया पसंद नहीं आया, जिस कारण वे वैल में आकर नारेबाजी करने लगे। इसी बीच सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी जवाब में नारेबाजी की। भोजन अवकाश के बाद सदन की कार्यवाही जब फिर शुरू हुई तो विपक्ष ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी का बहिष्कार जारी रखा। ऐसे में जब भी जगत नेगी अपनी बात कहने के लिए उठते तो विपक्ष के सदस्य सदन से बाहर चले जाते।
केंद्र से 5,000 करोड़ रुपए की कोई मदद नहीं मिली : सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चर्चा के बाद में उत्तर दिया। उन्होंने सदन में इस पर हुई चर्चा के दौरान यह भी कहा कि केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक आपदा की एवज वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में 5,000 करोड़ रुपए की कोई मदद नहीं मिली है तथा इस बारे में भाजपा विधायक रणधीर शर्मा की टिप्पणी सही नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सिर्फ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीडीएनए के तहत रूटीन ग्रांट मिली है। इसके बाद जब विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन में व्यवस्था दी कि अगर विपक्ष मुख्यमंत्री के उत्तर से संतुष्ट है, तो वह स्थगन प्रस्ताव को वापस ले सकता है, अन्यथा वह इसे मतदान के लिए प्रस्तुत करेंगे। इसी दौरान विपक्ष के सदस्य बाहर चले गए और स्थगन प्रस्ताव ध्वनिमत से अस्वीकार कर लिया गया।
लगातार दूसरे दिन प्रश्नकाल व शून्यकाल बाधित
पंचायती राज संस्थाओं एवं स्थानीय शहरी निकाय चुनाव टालने के मुद्दे पर लगातार 2 दिन नियम-67 के तहत चर्चा हुई। इस कारण शीतकालीन सत्र के दोनों दिन प्रश्नकाल व शून्यकाल बाधित रहा। ऐसे में अब शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल व शून्यकाल चलने की संभावना है। तीसरा दिन गैर-सरकारी सदस्य कार्यदिवस के लिए निर्धारित है, जिसमें सदस्य अपने संकल्प प्रस्तुत करेंगे। सदन की कार्यसूची में केवल सिंह पठानिया व भवानी सिंह पठानिया, चंद्रशेखर, सुखराम चौधरी एवं इंद्रदत्त लखनपाल के संकल्प सूचीबद्ध हैं।