Edited By Vijay, Updated: 20 Sep, 2024 11:13 AM
आयुष विभाग में आयुर्वेद फार्मेसी ऑफिसर के पद भरने के लिए आयोजित हुई परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों को गलत ओ.एम.आर. शीट्स बांटने का मामला सामने आया है।
शिमला (अभिषेक): आयुष विभाग में आयुर्वेद फार्मेसी ऑफिसर के पद भरने के लिए आयोजित हुई परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों को गलत ओएमआर शीट्स बांटने का मामला सामने आया है। शिमला में बने एक परीक्षा केंद्र पर आयुर्वेद फार्मेसी ऑफिसर के पद के लिए हुई परीक्षा के पेपर-1 में अभ्यर्थियों को ऐसी ओ.एम.आर. शीट बांटी गई जिसमें ई-ऑप्शन ही नहीं था। यह परीक्षा 14 सितम्बर को हुई थी। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से आयोजित इस परीक्षा में बैठे प्रभावित अभ्यर्थियों ने अब इस मामले को लेकर शिकायत भेजी है।
इसके अलावा सोशल नैटवर्किंग साइट्स पर भी अभ्यर्थियों ने यह मामला उठाना शुरू कर दिया और उनकी मांग है कि आयुर्वेद फार्मेसी ऑफिसर के पद के लिए आयोजित परीक्षा का पेपर-1 दोबारा आयोजित किया जाए और मामले की उचित जांच कर कार्रवाई करने की भी मांग उठाई। इसके अलावा कुछ अभ्यर्थियों ने मामले को लेकर आरटीआई के माध्यम से परीक्षा व ओएमआर शीट के संदर्भ में लोक सेवा आयोग से कुछ जानकारी मांगी है। मंडी की कुसुमा लता ने मामले की शिकायत लिखित में लोक सेवा आयोग को भेजी है।
शिकायत पत्र में उक्त प्रभावित अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि बीते 14 सितम्बर को आयुर्वेद फार्मेसी ऑफिसर के पद के लिए विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में सुबह के सत्र में आयोजित हुए पेपर-1 में कुछ अभ्यर्थियों को ए, बी, सी, डी विकल्प वाली ओएमआर शीट दी गई थी जोकि पुराने पैटर्न की ओएमआर शीट्स थीं जबकि अन्य अभ्यर्थियों को ए, बी, सी, डी, ई यानी कि 5 विकल्प वाली ओएमआर शीट्स दी गईं और प्रश्न पत्र में सभी सीरीज के प्रश्न पत्रों में नियमानुसार प्रत्येक प्रश्न के 5 ही विकल्प निर्देशित किए गए थे।
उन्होंने इस मामले की उचित जांच कर कार्रवाई करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र में करीब 50 से 60 अभ्यार्थियों को बिना ई-ऑप्शन वाली ओएमआर शीट दी गई थी और अभ्यार्थियों ने नैगेटिव मार्किंग के डर से प्रश्न छोड़ भी दिए, ऐसे में ये अभ्यर्थी परेशान थे कि प्रश्न का उत्तर न देने पर भी नैगेटिव मार्किंग होगी। नैगेटिव मार्किंग से बचने के लिए अभ्यार्थियों को उत्तर पुस्तिका में ई-ऑप्शन दिया जाता है। शिकायत पत्र के साथ शिकायतकर्त्ता कुसुमा लता ने परीक्षा केंद्र पर प्राप्त हुई ओएमआर शीट की कॉपी भी भेजी है। शिकायतकर्त्ता ने बताया कि पेपर-2 में इस तरह की कोई दिक्कत नहीं आई और परीक्षा केंद्र पर गलत ओएमआर शीट पेपर-1 मेें ही दी गई। उन्होंने कहा कि अन्य केंद्रों पर ई-ऑप्शन वाली ओएमआर शीट दी गई थी, ऐसे में उन्हें न्याय मिलना चाहिए अन्यथा वे कोर्ट में जाएंगे।
हि.प्र. लोक सेवा आयोग के चेयरमैन कै. रामेश्वर सिंह ठाकुर ने बताया कि इस मामले की विस्तृत जांच की जाएगी और जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। अगर बांटी गई ओएमआर शीट्स पर ई-ऑप्शन नहीं थी तो संबंधित परीक्षा केंद्र पर तैनात अधीक्षक या सुपरवाइजर को ओएमआर शीट्स बदलकर परीक्षार्थियों को देनी चाहिए थीं। हर केंद्र पर अतिरिक्त ओएमआर शीट्स उपलब्ध होती हैं। ई-ऑप्शन न होने से परीक्षार्थियों को जो नुक्सान हुआ है उसको भी देखा जाएगा और नियमों के अनुसार कदम उठाया जाएगा।
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