Edited By Ekta, Updated: 14 Aug, 2019 12:28 PM
विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नयना देवी में श्रावण अष्टमी मेलों के दौरान श्रद्धालुओं के कई तरह के भक्ति के रंग देखने को मिलते हैं जोकि बहुत अद्भुत भी हैं और अनूठे भी। ऐसा ही एक श्रद्धालु पंजाब से माता जी के दर्शनों के लिए पहुंचा, जिसका एक्सीडैंंट हुआ...
नयनादेवी (मुकेश): विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नयना देवी में श्रावण अष्टमी मेलों के दौरान श्रद्धालुओं के कई तरह के भक्ति के रंग देखने को मिलते हैं जोकि बहुत अद्भुत भी हैं और अनूठे भी। ऐसा ही एक श्रद्धालु पंजाब से माता जी के दर्शनों के लिए पहुंचा, जिसका एक्सीडैंंट हुआ था तथा दुर्घटना में बाल-बाल बचा। उसने माता से मन्नत मांगी थी कि वह उनके दर्शनों के लिए यहां पहुंचेगा। हालांकि उसके पैरों के ऊपर टांग का ऑप्रेशन हुआ था।
ऐसी अवस्था में व्यक्ति को जहां पर डॉक्टर पूर्ण रूप से आराम करने की सलाह देता है, वहीं पर यह श्रद्धालु अपने जख्मों की परवाह किए बगैर मां के दरबार में अपने साथियों के साथ पहुंचा। उसके माथे पर जरा भी थकान नजर नहीं आई और न ही चेहरे पर पीड़ा के भाव। यह श्रद्धालु पंजाब के नकोदर से मां श्री नयना देवी के दर्शन के लिए आया था औा इसका नाम मलबीर है। मलबीर ने बताया कि उसका एक्सीडैंट हो गया था और बाल-बाल बचा था। माता से मनौती की थी कि श्रावण महीने में माता के दर्शन करूंगा और वह अपनी मन्नत पूरी करने के लिए पहुंचा है। ऐसे भक्तों की अनूठी भक्ति देखकर वहां पर मौजूद श्रद्धालु भी हैरान रह गए।