Edited By Vijay, Updated: 04 Dec, 2022 11:00 PM

सर्दियों के आगमन के साथ ही भरमौर क्षेत्र के जंगलों में आग लगने की घटनाएं अक्सर बढ़ जाती हैं। रविवार दोपहर बाद शरारती तत्वों ने ददवां के समीप वाले जंगल में आग लगा दी, जिसकी वजह से भरमौर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के परिसर तक यह आग पहुंच गई, जिसे...
भरमौर (उत्तम): सर्दियों के आगमन के साथ ही भरमौर क्षेत्र के जंगलों में आग लगने की घटनाएं अक्सर बढ़ जाती हैं। रविवार दोपहर बाद शरारती तत्वों ने ददवां के समीप वाले जंगल में आग लगा दी, जिसकी वजह से भरमौर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के परिसर तक यह आग पहुंच गई, जिसे बुझाने में वन विभाग के कर्मचारी तथा स्थानीय लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान खड़ामुख स्थित अग्निशमन विभाग की टीम को भी सूचित किया गया ताकि आग को आसपास फैलने से रोका जा सके।
पिछले वर्ष भी इसी जंगल में लगाई गई आग ने बड़े-बड़े कैल के वृक्षों को बुरी तरह से अपनी चपेट में लिया था। लगभग 4 दिनों तक यहां से धुआं उठता रहा था। हर वर्ष शरारती तत्वों द्वारा लगाई जाने वाली आग जंगलों में पेड़ पौधों सहित वेशकीमती वन संपदा व जड़ी-बूटियों को भी अपनी चपेट में ले लेती है। वहीं खणी पंचायत के अर्की जंगल में आग लगने से भरमौर का एकमात्र चिलगोजे का जंगल जलकर राख हो गया, जिस कारण इस वर्ष चिलगोजे की फसल भी पूरी तरह से तबाह हो गई है।
बता दें कि लोग सर्दियों के लिए जलाने की लकड़ी का प्रबंध करने जंगल में जाते हैं तो ठंड से बचने के लिए वह आग जलाते हैं। सुखी घास तुरन्त ही आग पकड़ लेती है। वन परिक्षेत्र अधिकारी राकेश शर्मा ने बताया कि आग पर नियंत्रण करने के लिए विभागीय कर्मचारी जुट गए हैं, आग को बुझाने के प्रयास जारी हैं, वहीं यह पता किया जा रहा है कि यह आग किसने लगाई है।
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