Edited By Jyoti M, Updated: 05 Dec, 2025 12:23 PM

उपमंडल जवाली के अंतर्गत जवाली-कुठेड़ मार्ग पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब घमीतरल के पास एक चलती हुई फॉर्च्यूनर गाड़ी अचानक आग की भीषण लपटों में घिर गई। यह मंजर इतना भयावह था कि सड़क से गुजरने वाले हर व्यक्ति की आँखें फटी रह गईं। लाखों रुपये की यह...
हिमाचल डेस्क। उपमंडल जवाली के अंतर्गत जवाली-कुठेड़ मार्ग पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब घमीतरल के पास एक चलती हुई फॉर्च्यूनर गाड़ी अचानक आग की भीषण लपटों में घिर गई।
यह मंजर इतना भयावह था कि सड़क से गुजरने वाले हर व्यक्ति की आँखें फटी रह गईं। लाखों रुपये की यह गाड़ी देखते ही देखते धू-धू कर जल उठी और पलक झपकते ही पूरी तरह खाक हो गई। गनीमत यह रही कि कार चला रहे शख्स ने तुरंत भागकर अपनी जान बचा ली।
जिस वक्त यह घटना हुई, आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि राहगीर और अन्य वाहन चालक डर के मारे गाड़ी के पास जाने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे थे। दूर से ही इस अग्निकांड को देखकर हर कोई स्तब्ध था।
रहस्यमय आग और गाड़ी मालिक की तलाश
फिलहाल, इस भीषण आग लगने के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन भी अभी तक गाड़ी के मालिक की पहचान नहीं कर पाए हैं।
फॉर्च्यूनर गाड़ी का पंजीकरण नंबर एचपी 38 है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह वाहन पड़ोसी उपमंडल नूरपुर क्षेत्र से संबंधित हो सकता है। प्रशासन मामले की जाँच कर रहा है और गाड़ी के पंजीकरण विवरण के आधार पर मालिक का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि आग लगने के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सके।