Edited By Kuldeep, Updated: 05 Jun, 2024 10:00 PM
मौसम के करवट बदलते ही बुधवार को ऊंचाई वाले इलाकों और दर्रों में हिमपात हुआ है, वहीं निचले इलाकों में जमकर बारिश हुई। इससे भयंकर गर्मी से राहत मिल गई है। पर्यटक और लोग गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडे क्षेत्रों की तरफ रुख करना चाह रहे थे।
मनाली/कुल्लू (सोनू/शम्भू प्रकाश): मौसम के करवट बदलते ही बुधवार को ऊंचाई वाले इलाकों और दर्रों में हिमपात हुआ है, वहीं निचले इलाकों में जमकर बारिश हुई। इससे भयंकर गर्मी से राहत मिल गई है। पर्यटक और लोग गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडे क्षेत्रों की तरफ रुख करना चाह रहे थे। अब निचले इलाके भी कूल हो गए। बुधवार को ड्रिल्बू पीक, सैवन सिस्टर पीक, घेपन पीक में 2-3 इंच बर्फबारी हुई। रोहतांग दर्रा, बारालाचा और कुंजुम दर्रे में भी 3 इंच ताजा हिमपात हुआ। कुल्लू में कई जगहों पर ओलावृष्टि हुई। मौसम में जून माह में हुए इस बदलाव की वजह से गर्मी से राहत के साथ पर्यटकों की आमद और बढ़ने के आसार हैं। देश के मैदानी इलाके इन दिनों भयंकर गर्मी से तपे हुए हैं। कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री सैल्सियस से भी ऊपर जा रहा है।
कुल्लू में शाम साढ़े 7 बजे तापमान 19 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड हुआ और मनाली में 9 डिग्री सैल्सियस रहा। लाहौल की तरफ जाते हुए तापमान में गिरावट दर्ज हुई। ऊंचे दर्रों में रात को तापमान शून्य डिग्री सैल्सियस से काफी नीचे लुढ़क गया, ऐसे में कई पर्यटकों ने रोहतांग व अन्य ऊंचाई वाले इलाकों की तरफ जाने का कार्यक्रम ही स्थगित कर दिया। डीएसपी केडी शर्मा ने कहा कि पर्यटक वाहन रोहतांग की तरफ गए, लेकिन उन्हें खराब मौसम की पहले ही हिदायत दी गई। सभी पर्यटक वाहन कुछ आगे जाकर बर्फ देखकर वापस लौट गए। खराब मौसम में आगे जाना खतरा हो सकता था।
अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश ट्रैवल एजैंट एसोसिएशन बुद्धि प्रकाश ठाकुर ने कहा कि जून के महीने में बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान गिरा है, अब सैलानियों की आमद और बढ़ेगी। अब मौसम साफ रहा तो यह पर्यटक सीजन की सेहत के लिए ठीक रहेगा। बरसात तक पर्यटक सीजन पीक पर रहेगा। बरसात जल्दी शुरू हुई तो पर्यटक सीजन पिट जाएगा।