Edited By Kuldeep, Updated: 14 Jan, 2025 06:46 PM
प्रदेश के शीत मरुस्थल लाहौल-स्पीति की पट्टन घाटी में उत्तना पर्व धूमधाम से मनाया गया। चंद्रभागा संगम में लोगों ने शून्य से 15 डिग्री नीचे तापमान में आस्था का डुबकी लगाई तथा एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई दी।
मनाली (सोनू): प्रदेश के शीत मरुस्थल लाहौल-स्पीति की पट्टन घाटी में उत्तना पर्व धूमधाम से मनाया गया। चंद्रभागा संगम में लोगों ने शून्य से 15 डिग्री नीचे तापमान में आस्था का डुबकी लगाई तथा एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई दी। मकर संक्रांति पर हाड़ कंपा देनी वाली ठंड में चंद्रभागा संगम में पवित्र स्नान किया। लोगों के स्नान का वीडियो सोशल प्लेटफाॅर्म में वायरल हुआ। मान्यता है कि इस पर्व के बाद लाहौल की विभिन्न घाटियों में शीत ऋतु में मनाए जाने वाले त्यौहार शुरू हो जाते हैं। उत्तना पर्व पर घाटी के लोगों ने सत्तू का बना टोटू (स्थानीय व्यंजन) देवी-देवताओं को चढ़ाकर पूजा-अर्चना की।
गौरतलब है कि हिंदू बाहुल्य पट्टन घाटी में उत्तना पर्व के बाद सभी देवी-देवताओं के मंदिरों के कपाट 3 महीने के लिए बंद हो गए। अब चैत्र महीना शुरू होने के बाद ही इन मंदिरों के कपाट खुलेंगे। गोशाल के ग्रामीणों जितेंद्र शाशनी, रणवीर, सुरेश, जगदीश व राजेश ने बताया कि घाटी वासियों ने नववर्ष (उत्तना पर्व) को धूमधाम से मनाया। इस दौरान घाटी में खुशहाली और समृद्धि की देवी-देवताओं से मंगल कामना की गई। घाटी के मालंग, मेलिग, शांशा, सिस्सू, उदयपुर मारबल, जालमा, त्रिलोकनाथ, गोंधला और सिस्सू में 2 माह उत्सवों की धूम रहेगी। उधर, मकर संक्रांति पर लोगों ने वशिष्ठ, कलाथ, खीरगंगा और मणिकर्ण में गर्म पानी के चश्मों में पवित्र स्नान किया। जिया संगम पर भी लोगों ने पवित्र स्नान किया।