Edited By Jyoti M, Updated: 27 Aug, 2025 02:41 PM

हिमाचल प्रदेश का हमीरपुर जिला पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लगातार बारिश से सरकारी और निजी संपत्ति को भारी क्षति पहुंची है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के अध्यक्ष, अमरजीत सिंह ने बताया कि पिछले दो...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश का हमीरपुर जिला पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लगातार बारिश से सरकारी और निजी संपत्ति को भारी क्षति पहुंची है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के अध्यक्ष, अमरजीत सिंह ने बताया कि पिछले दो दिनों में ही लगभग 20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, और पूरे मॉनसून सीजन में यह आंकड़ा बढ़कर 164 करोड़ रुपये को पार कर गया है।
विभागों को भारी नुकसान
आंकड़ों के अनुसार, इस मॉनसून सीजन में हमीरपुर जिले में कुल 164.72 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान दर्ज किया गया है। सबसे ज्यादा क्षति जल शक्ति विभाग को हुई है, जिसका अनुमान 85.03 करोड़ रुपये है। इसके बाद लोक निर्माण विभाग को 72.75 करोड़ रुपये, बिजली बोर्ड को 1.39 करोड़ रुपये, और शिक्षा विभाग को 1.60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कृषि और बागवानी क्षेत्रों को भी भारी झटका लगा है। बागवानी विभाग ने 18.06 लाख रुपये और कृषि विभाग ने 1.15 लाख रुपये के नुकसान की रिपोर्ट दी है।
मकान और पशुधन भी प्रभावित
भारी बारिश ने कई लोगों के घरों को भी नुकसान पहुंचाया है। प्रशासन के पास अब तक 28 कच्चे और एक पक्के मकान के पूरी तरह ध्वस्त होने की जानकारी है, जिससे लगभग 54.15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा, 166 कच्चे और 14 पक्के मकानों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है, जिससे एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
बारिश की वजह से 106 डंगे भी गिर गए हैं, जिनमें लगभग 95.36 लाख रुपये की क्षति हुई है। सबसे दुखद, 218 गौशालाएं गिर गईं, जिससे पशुधन को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है और लगभग 1.04 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
उपायुक्त ने सभी फील्ड अधिकारियों को जल्द से जल्द नुकसान का आकलन करके रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं ताकि प्रभावित लोगों को तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
उन्होंने कुल्लू और मंडी जिलों में भारी बारिश के कारण ब्यास नदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर भी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि पंडोह बांध से पानी छोड़े जाने की स्थिति में ब्यास नदी का जल स्तर और बढ़ सकता है, इसलिए सुजानपुर और नादौन उपमंडल के निवासियों को नदी के पास न जाने की सलाह दी गई है।
आम जनता को भी सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी-नालों और खड्डों से दूर रहें, भूस्खलन वाले क्षेत्रों से बचें और खराब मौसम में अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें. साथ ही, पेड़ों के नीचे और बिजली के तारों के पास आश्रय लेने से बचने की सलाह दी गई है।
किसी भी आपात स्थिति में, लोग जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 1077 या दूरभाष नंबर 01972-221277 पर संपर्क कर सकते हैं।