Edited By Kuldeep, Updated: 03 May, 2025 06:00 PM
डीसी तोरुल एस. रवीश ने शनिवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और 1 एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी कुल्लू द्वारा आयोजित ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम में समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की।
कुल्लू (ब्यूरो): डीसी तोरुल एस. रवीश ने शनिवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और 1 एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी कुल्लू द्वारा आयोजित ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम में समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने एयर स्क्वाड्रन एनसीसी, आईआईटी मंडी और एनआईटी हमीरपुर के विशेषज्ञों को एनसीसी इंस्ट्रक्टरों, एनसीपी कैडेट्स तथा विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण देने की सराहना की।
उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट्स को ड्रोन तकनीक प्रशिक्षण का लाभ प्राप्त होगा और वे अपने संस्थान में अन्य छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चे नशे एवं अन्य बुरी आदतों से भी दूर रहते हैं और उनमें नई तकनीक को जानने-समझने की जिज्ञासा बनी रहती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ड्रोन तकनीक का महत्व बढ़ता जा रहा है। आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग अत्यंत आवश्यक है। विशेषकर खोज, बचाव कार्यों, नुक्सान के मूल्यांकन तथा अन्य क्षेत्रों में बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को ड्रोन तकनीक को समझने और संचालित करने में सक्षम होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में भविष्य की अपार संभावनाएं हैं और ऐसे तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को ड्रोन के संचालन, रखरखाव, उड़ान नियमों और आपदा से संबंधित कार्यों में इसके उपयोग की व्यावहारिक जानकारी दी गई। इससे पहले डीसी ने ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल विभिन्न विभागों के प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में जिला राजस्व अधिकारी डा. गणेश, विंग कमांडर कुणाल शर्मा, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी से प्रवक्ता, डीडीएमए कुल्लू के अधिकारी, शोधार्थी तथा विभिन्न विभागों के कर्मचारी व एनसीसी कैडेट्स उपस्थित रहे।