Edited By Kuldeep, Updated: 20 Jan, 2025 10:37 PM
कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड (केसीसीबी) से जुडे़ 20 करोड़ के लोन गड़बड़झाले में विजीलैंस की पूछताछ का दौर जारी है।
शिमला (राक्टा): कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड (केसीसीबी) से जुडे़ 20 करोड़ के लोन गड़बड़झाले में विजीलैंस की पूछताछ का दौर जारी है। इसी कड़ी में जांच दायरे में आए होटल मालिक युद्ध चंद बैंस से सोमवार को विजीलैंस ने करीब 7 घंटे तक लंबी पूछताछ की। पूछताछ की यह प्रक्रिया विजीलैंस के शिमला स्थित मुख्यालय में अमल लाई गई। इससे पहले बीते शनिवार को भी उनसे विस्तार से पूछताछ की गई थी। सूचना के अनुसार मंगलवार को बैंस को फिर पूछताछ के लिए तलब किया गया है और वह आगामी 24 जनवरी तक अंतरिम जमानत पर हैं।
इस मामले में विजीलैंस को प्रारंभिक जांच में कई पुख्ता साक्ष्य मिले हैं जिसके आधार पर ही ऊना में नियमित केस दर्ज किया गया। ऐसे में अब जांच को आगे बढ़ाते हुए एफआईआर में नामजद अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है। बैंक के कुछ तत्कालीन अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की प्रकिया अमल में लाई जा चुकी है। विजीलैंस ने इस मामले में बैंक रिकॉर्ड खंगालने के साथ-साथ ऑडिट रिपोर्ट को कब्जे में लिया है।
सूचना के अनुसार होटल निर्माण के लिए बैंस ने 60 करोड़ रुपए के लोन का आवेदन किया था। इसमें से नियमों की अवहेलना करते हुए बैंक अधिकारियों ने 20 करोड़ रुपए की राशि मंजूर कर जारी कर दी। जांच में यह खुलासा हुआ कि लोन प्रक्रिया में बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने न केवल बैंकिंग नीतियों का उल्लंघन किया बल्कि भारतीय रिजर्व बैंक और नाबार्ड के दिशा-निर्देशों को भी नजरअंदाज किया।
जांच एजैंसी अब यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या लोन राशि का उपयोग होटल निर्माण के उद्देश्य से हुआ या उसे अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया। साथ ही बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका पर भी गहराई से जांच की जा रही है। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर विजीलैंस ने आरोपियों के खिलाफ ऊना विजीलैंस थाने में विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है।