Edited By Rahul Singh, Updated: 25 Aug, 2024 01:47 PM
जरजातीय जिला किन्नौर के मूला कंडा में इस वर्ष किला स्तरीय जन्माष्टमी पर्व 26 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए भामर्थन मन्दिर कमेटी यूला के प्रधान दीवान सिंह पालसर ने बताया कि इस जिला स्तरीय कमाष्टमी पर्व के सफल आयोजन के लिए...
रिकांगपिओ, (कुलभूषण): जरजातीय जिला किन्नौर के मूला कंडा में इस वर्ष किला स्तरीय जन्माष्टमी पर्व 26 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए भामर्थन मन्दिर कमेटी यूला के प्रधान दीवान सिंह पालसर ने बताया कि इस जिला स्तरीय कमाष्टमी पर्व के सफल आयोजन के लिए कमेटी द्वारा तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जन्माष्टमी पर्व के एक दिन पूर्व 25 अगस्त को लगभग दस बजे स्थानीय निवासियों, बौद्ध लामा तथा अन्य श्रद्धालुओं द्वारा रीति-रिवाजों के साथ मूला केंद्रा के लिए यात्रा शुरू की जाएगी तथा लोकगीतों, बौद्ध मंत्रों के साथ लगभग 12 किलोमीटर की याज करते हुए शाम लगभग बजे सराय भवन पहुंचेंगे। वहां पर साप्ती रात भजन कीर्तन करेंगे।
उन्होंने बताया कि 25 को सराय भवन में श्रद्धालुओं का लिए भंडारे की व्यवस्था की जाएगी। उसके उपरांत 26 अगस्त की सुबह लगभग चार बजे से पूजा प्रसाद बनाकर श्रीकृष्ण मन्दिर की ओर प्रस्थान करेंगे। मन्दिर में पहुंचकर भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना की जाएगी। उन्होंन श्रद्धालुओं से आह्वान किया है कि पर्व के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखने के साथ- साथ मन्दिर कमेटी के नियमों का पालन कर सहयोग करें तथा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यूला गांव से मंदिर तक का 12 किलोमीटर का सफर पैदल तय करना होता है।
विशव की सबसे ऊंचाई पर पूला कंडा में स्थित भगवान श्री कृष्ण मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को चोलिंग से छूता गांव तक का 8 किलोमीटर का सफर वाहन द्वारा किया जाता है, उसके बाद आगे का 12 किलोमीटर का सफर उन्हें पैदल ही करना होता है।